Kullu Me Ghumne Ki Jagah | A Full Travel Guide

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हेलो दोस्तों, आज हम बात करेंगे हिमाचल प्रदेश के खूबसूरत शहर कुल्लू में घूमने के पांच प्रमुख पर्यटक स्थलों के बारे में। दोस्तों यह खूबसूरत टूरिस्ट प्लेस हिमालय पर्वत और व्यास नदी के बीच में बसा हुआ है।

हर साल यहाँ पर देशभर से पर्यटक छुट्टियां बिताने आते हैं। सबसे ज्यादा भीड़ यहाँ पर गर्मियों और सर्दियों के दौरान दिखाई देती है, तो चलिए बात करते हैं – Kullu Me Ghumne Ki Jagah के बारे मे !!

यह स्थान प्राकृतिक खूबसूरती के साथ ही कई धर्म के लिए एक पवित्र स्थल है। यहाँ पर हिंदुओं, सिखों के कई धार्मिक स्थल मौजूद है। और इन सबके अलावा कुल्लू में कई प्रकार के एडवेंचर एक्टिविटीज भी होती है। जैसे कि राफ्टिंग, माउंटेनियरिंग, पैराग्लाइडिंग और ट्रैकिंग इतना सब कुछ है।

दोस्तों यदि आपने कुल्लू जाने का प्लान बनाया है, तो हमारे इस आर्टिकल की मदद से बहुत ही आसानी के साथ घूम सकते हैं। इस आर्टिकल के जरिए आपको कुल्लू से जुड़ी सारी जानकारी पता चल जाएगी।

कुल्लू आपको कैसे जाना है? कुल्लू में कहाँ जाना है? कुल्लू में घूमने की जगह कौन-कौन सी है? तथा कुल्लू में आपको सस्ते तथा अच्छे होटल कहाँ मिलेंगे? यदि आपको इन सभी की जानकारी प्राप्त करनी है, तो हमारे इस आर्टिकल के साथ अंत तक जुड़े रहे।

कुल्लू घूमने का खर्चलगभग 15,000 से 20,000 रुपये
कुल्लू घूमने के लिए सबसे अच्छा समयअक्टूबर से जून के बीच

यात्रा के दौरान ले जाने वाली जरूरी चीज़े

यात्रा के दौरान साथ ले जाने वाली जरूरी चीज़े1 – फ़ोन, चार्जर या पावर बैंक।
2 – मोबाइल मे Google Map डाउनलोड करें।
3 – टिफिन बॉक्स और पानी की बोतल।
4 – धूप के चश्मे, टॉर्च लाइट और घड़ी।
चिकित्सा किट1 – सर्दी के लिए कुछ दवाएँ।
2 – दर्द की दवाएँ।
3 – पेट दर्द की दवाएँ।
4 – पट्टियाँ।
5 – एंटीसेप्टिक क्रीम।
6 – गैस्ट्रिक गोलियाँ।
खाने पीने की चीज़े1 – टी बैग।
2 – ड्राई फ्रूट्स।
3 – चॉकलेट।
4 – बिस्कुट, नमकीन।
5 – सैंडविच।
फोटोग्राफी के लिए जरूरी चीज़े1 – कैमरा, कैमर चार्जर, तार और बैटरियां।
2 – पावर बैंक (कैमरा चार्ज करने के लिए)
3 – सेल्फी स्टिक।
4 – कैमरा लेंस का एक सेट।
5 – फ़िल्टर सेट।
पहचान पत्र तथा जरूरी कागजात1 – टिकट, मतदाता पहचान पत्र, आदि (पासपोर्ट यदि जरूरी हो तो)।
2 – यात्रा कार्यक्रम की एक फोटोकॉपी।
3 – आपकी यात्रा (उड़ान),होटल और सेवा बुकिंग की पर्ची।

Kullu Me Ghumne Ki Jagah

1. रिवर राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग – River Rafting & Paragliding

Image Source – Google | Image By – Indiathrills

दोस्तों यहाँ पर होने वाली रिवर राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग के लिए सबसे ज्यादा टूरिस्ट आते हैं। यहाँ पर बहने वाली व्यास नदी पर रिवर राफ्टिंग कराई जाती है।

कुल्लू में जब आप पहुंचेंगे तो यहाँ पर बहुत सारी ट्रैवल एजेंसी आपको मिल जाएगी, जो यह सभी एक्टिविटीज करवाती हैं। यह सब आप कुल्लू से ही बुक कर सकते हैं। और उसके बाद जो यह एक्टिविटीज करवाते हैं यह खुद अपनी टैक्सी से आपको यह उसे प्लेस पर आपको ले जाएंगे,

जहाँ से यह रिवर राफ्टिंग करवाते हैं। इसके अलावा अगर साथ में आप पैराग्लाइडिंग का भी करते हैं, तो यही लोग आपको पैराग्लाइडिंग भी करवा देंगे। अब अगर बात की जाए की रिवर राफ्टिंग का चार्ज कितना रहता है, तो रिवर राफ्टिंग का चार्ज यहां पर ₹500 से लेकर हजार रुपए तक का है,

पैराग्लाइडिंग का चार्ज यहाँ पर ₹2000 से लेकर ₹3000 तक का है। वैसे सीजन के हिसाब से यह चार्ज थोड़ा घटते बढ़ते रहते हैं। तो अगर आप कुल्लू में घूमने आते हैं, तो इन सभी एक्टिविटीज को करना बिल्कुल ना भूले।

2. रघुनाथ जी मंदिर – Raghunath Ji Temple

दोस्तों हिमाचल कल्लू का जो दूसरा सबसे प्रसिद्ध स्थान है। वह है रघुनाथ जी मंदिर। दोस्तों हिमाचल प्रदेश को देवभूमि कहा जाता है। यहाँ पर अनेक देवी देवताओं का वास है, और ऐसा ही एक कल्लू का प्रसिद्ध मंदिर है।

रघुनाथ जी मंदिर यह कल्लू का एक प्रसिद्ध मंदिर है, और कुल्लू में घूमने आने वाले पर्यटक यहाँ दर्शनों के लिए आते हैं। यह मंदिर बहुत ही प्राचीन और दर्शनीय है। इस मंदिर का निर्माण राजा जगत सिंह ने 1660 में अपने पापों से मुक्ति पाने के लिए किया था।

3. डुप्लिंग मॉनेस्ट्री – Dupling Monastery

Image Source – Google | Image By – Tripadvisor

दोस्तों कुल्लू से 11 किलोमीटर दूर बौद्ध धर्म का यह एक प्रसिद्ध बौद्ध मंदिर है। इसका निर्माण 2005 में दलाई लामा ने करवाया था। जो कि तिब्बती धर्मगुरु है।तिब्बती शैली में बना हुआ यह मठ बहुत ही खूबसूरत और शांत है। यहाँ आकर बौद्ध धर्म से जुड़ी बहुत सी जानकारियाँ आपको जानने को मिल जाएगी।

4. नग्गर – Naggar

Image Source – Google | Image By – Hptdc

इसके बाद अगले स्थान पर आता है नग्गर। दोस्तों नग्गर कुल्लू जिले का एक छोटा सा शहर है। जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। यहाँ आप प्राकृतिक नजारों को देखने के साथ-साथ शांति में कुछ पल बिता सकते हैं। इसके अलावा यहाँ पर ट्रैकिंग और कैंपिंग भी होती है।

नग्गर में एक महल भी है, जिसको आप होटल में बदल दिया गया है। यहाँ पर भी आप घूमने के लिए जा सकते हैं। इसके अलावा नग्गर में एक म्यूजियम है। यहाँ पर आप हिमाचल की संस्कृति और सभ्यता को जान पाएंगे।

5. बिजली महादेव मंदिर – Bijli Mahadev Temple

Image Source – Google | Image By – Opindia

दोस्तों यह मंदिर कुल्लू शहर से 20 किलोमीटर दूर है। इस मंदिर की खासियत यह है, कि यहाँ हर 12 साल बाद मंदिर में शिवलिंग पर बिजली गिरती है। जिस कारण इस मंदिर का नाम बिजली महादेव पड़ा है। और कहते हैं, कि इस टूटे हुए शिवलिंग को पंडित केवल मक्खन से ही दोबारा जोड़ देते हैं।

उसके बाद ही शिवलिंग फिर से जुड़ जाता है। इस मंदिर की बहुत मानता है और दूर-दूर से लोग यहाँ पर दर्शनों के लिए आते हैं। तो अगर आप उल्लू घूमने आते हैं, तो इस मंदिर के दर्शन करना बिल्कुल ना भूले।

“बताते चलें की, जब भी कुल्लू घूमने की बात आती है तो, कुल्लू के साथ मनाली का नाम जरूर आता है- जैसे कुल्लू-मनाली ! मनाली देखने मे बहुत खूबसूरत है। यदि आप ने कुल्लू घूमने का प्लान बनाया है तो, आप को मनाली भी घूमना चाहिए, क्युकी मनाली और कुल्लू के बीच की दूरी मात्र 40 किमी है, चलिए विस्तार से जानते हैं – मनाली के बारे मे

कुल्लू घूमने के लिए अच्छा समय

कुल्लू घूमने के लिए अच्छा समय माना जाता है गर्मियों का और सर्दियों का। केवल बरसात में यहाँ पर आने से बचे। क्योंकि बरसात में कई बार रास्ते खराब हो जाते हैं, और बरसात में बारिश हो रही होती है,

तो उसे टाइम पर आप जाकर प्लेस में वैसे भी नहीं घूम पाएंगे, और गर्मियों में और सर्दियों में तो यहाँ पर बहुत ज्यादा भीड़ आती है, और कई बार तो होटल मिलने में भी मुश्किल हो जाती है।

गर्मियों में और सर्दियों में क्योंकि गर्मियों के सीजन में यहाँ का मौसम सुहाना रहता है। तो लोग गर्मी से कुछ पल के लिए राहत पाने के लिए यहाँ पर घूमने आते हैं। इसके अलावा सर्दियों में यहाँ पर बर्फबारी भी होती है। तो लोग बर्फबारी का मजा लेने की भी सर्दियों में यहाँ पर आते हैं।

कुल्लू कैसे पहुँचे

हवाई मार्ग द्वारा – यदि आप फ्लाइट से कुल्लू आना चाहते हैं, तो यहाँ का जो एयरपोर्ट है वह एयरपोर्ट जो की कुल्लू से 11 किलोमीटर दूर है, इस एयरपोर्ट में आने के बाद आप बड़ी आसानी से कुल्लू में पहुंच सकते हैं।

रेल मार्ग द्वारा – इसके बाद अगर ट्रेन की बात की जाए तो ट्रेन की कोई डायरेक्ट सुविधा के लिए नहीं है। यहाँ आने के लिए जो सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन है, वह जोगिंदर नगर रेलवे स्टेशन, जो की कुल्लू से 125 किलोमीटर दूर है। जोगिंदर नगर से बस यह टैक्सी लेकर आप फिर कुल्लू में पहुंच सकते हैं।

सड़क मार्ग द्वारा – आपको दिल्ली से बड़ी आसानी से डायरेक्ट मिल जाएगी। दिल्ली से और चंडीगढ़ से आपको एक एसी और नॉन एसी दोनों तरह की बसें डायरेक्ट कुल्लू तक के लिए मिल जाएगी।

Google Map

कुल्लू मे रुकने के लिए अच्छे होटल

दोस्तों यदि आपने कुल्लू में घूमने का प्लान बना ही लिया है, तो आप सोचते होंगे कि हम कुल्लू में कहाँ रुके? कुल्लू घूमने के हिसाब से एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहाँ पर काफी पर्यटक हर साल घूमने के लिए आते हैं। बल्कि विदेश से भी लोगों को यह काफी आकर्षित करता है।

कुल्लू में आपको तरह-तरह के होटल मिल जाएंगे जो काफी महंगे भी होते हैं, तथा सस्ते भी। आप अपने बजट के हिसाब से कुल्लू में होटल चूस कर सकते हैं। हम आपके लिए कुछ होटल की लिस्ट लेकर आए हैं, जिनके जरिए आप कुल्लू में वहाँ पर आसानी से रुक सकते हैं।

ये होटल हैं– होटल जुबिलेंट रेगेच्य मनाली, रॉयल ऑर्बिट, रॉयल व्यू कॉटेज, फॉरेस्ट वे कॉटेज – एक लक्जरी कॉटेज, लास्ट स्टॉप रिवरसाइड वुडन हट्स एंड कैंप, होटल महावीर मनाली, होटल हदिम्बा पैलेस मनाली, होटल मेडोस, क्यूपिडट्रेल्स हिमालयन कैसल |

कमरे और वाई-फाई, होटल रॉकलैंड, ज़ारिम होटल प्राइवेट लिमिटेड, होटल रिवर व्यू मनाली इन नियर मॉल रोड, आर्टबज़ मनाली आदि। आप अपने बजट के हिसाब से इन होटल में आराम से रुक सकते हैं। इन होटल में आपको सारी फैसेलिटीज के साथ-साथ एक अच्छा व्यू भी मिलता है,

तथा यह सभी होटल आपको आपकी लोकेशन के करीब ही मिल जाएंगे। आपने कुल्लू में रुकने का प्लान बनाया है तो एक बार हमारे इन होटल में जरूर ट्राई करें।

कल्लू का फेमस खाना-

Image Source – Google | Image By – Uppercrustindia

हिमाचल प्रदेश में प्रसिद्ध कुल्लू के प्रसिद्ध व्यंजनों में भोजन तिब्बती और पंजाबी व्यंजनों का मिश्रण देखने को मिलता है। कुल्लू घूमने वाले पर्यटकों को वहाँ जगह-जगह पर फूड के स्टॉल भी देखने को मिलेंगे। इनका भोजन भी काफी स्वादिष्ट होता है।

यदि आपको कुल्लू घूमने जाए तो आपके वहाँ के स्टॉल के व्यंजनों को एक बार जरूर ट्राई करें। कल्लू के प्रसिद्ध व्यंजन की बात करें तो धाम, तुड़किया भात, माद्रा, भेय, छा गोश्त, बबरू, अकतोरी, कुल्लू ट्राउट मछली, काल चने का खट्टा, पत्रोडे आधे कुल्लू में प्रसिद्ध है। आप कुल्लू घूमने जाए तो, इन व्यंजन को एक बार जरूर ट्राई करें।

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यह थी कुल्लू से जुड़े सारी बातें। हमने इस आर्टिकल में आपके सभी सवालों का जवाब दे दिया है – कुल्लू कैसे जाना है, कहाँ जाना है, कहाँ रहना है, तथा क्या-क्या खाना है। यदि आप कुल्लू घूमना चाहते हैं, तो हमारे इस आर्टिकल की मदद से जा सकते हैं। यदि आपका कोई सवाल है, तो आप कमेंट सेक्शन में अपना सवाल छोड़ सकते हैं।


कुछ जरूरी सवाल !!

👉कुल्लू में क्या फेमस है?

कुल्लू मे विज नदी के किनारे बसे लोग दशहरा को बड़े ही रंगबिरंगे तथा धूम-धाम से मानते हैं।

👉कुल्लू घाटी में सबसे ज्यादा क्या पाया जाता है?

कुल्लू घाटी व्यास नदी के किनारे पर स्थित है, और यह सेब के उत्पादन के लिए जानी जाती है, तथा यहाँ पर पाइन और देवदार के पेड़ बहुत अधिक मात्र मे देखने को मिलते हैं।

👉कुल्लू जाने के लिए कितने दिन चाहिए?

 वैसे तो कुल्लू ज्यादा बड़ा नहीं है, यहाँ पार घूमने के लिए 2-3 दिनों का समय काफी है।

👉कुल्लू में बर्फबारी कब होती है?

आम तौर पर कुल्लू मे अक्टूबर से फरवरी के महीनों मे बर्फ बारी देखने को मिलती है।

👉कुल्लू घूमने का खर्च कितना है?

कुल्लू मे रहने, खाने तथा घूमने के लिए 15,000 – 20,000 रुपये काफी हैं।


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