भुज शहर भारत के गुजरात राज्य के कच्छ ज़िले में स्थित है। भुज शहर प्राचीन मंदिर, शानदार पहाड़ियों तथा ऐतिहासिक स्थलों की वजह से पूरे देश में प्रसिद्ध है। भुज को एक रेगिस्तानी शहर के रूप में भी जाना जाता है।
यदि आप इतिहास में रुचि रखते हैं, तो कच्छ जिले का यह शहर आपके लिए स्वर्ग है। भुज शहर में आप ऐतिहासिक स्थल के साथ-साथ धार्मिक स्थल भी देख सकते हैं, चलिए विस्तार से जानते हैं – Bhuj Me Ghumne Ki Jagah के बारे मे !!
दोस्तों बिना किसी देरी के आपको भुज के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल के बारे में बताते हैं, तथा इसी के साथ-साथ हम आपको वहाँ के व्यंजन तथा भुज कैसे जाएं, इन बातों को भी बताएंगे, इसलिए आप इस आर्टिकल को अंत तक पूरा पढे।
भुज घूमने का खर्च | लगभग 15,000 से 20,000 रुपये |
भुज घूमने के लिए सबसे अच्छा समय | अक्टूबर से मार्च के बीच |
यात्रा के दौरान ले जाने वाली जरूरी चीज़े–
यात्रा के दौरान साथ ले जाने वाली जरूरी चीज़े | 1 – फ़ोन, चार्जर या पावर बैंक। 2 – मोबाइल मे Google Map डाउनलोड करें। 3 – टिफिन बॉक्स और पानी की बोतल। 4 – धूप के चश्मे, टॉर्च लाइट और घड़ी। |
चिकित्सा किट | 1 – सर्दी के लिए कुछ दवाएँ। 2 – दर्द की दवाएँ। 3 – पेट दर्द की दवाएँ। 4 – पट्टियाँ। 5 – एंटीसेप्टिक क्रीम। 6 – गैस्ट्रिक गोलियाँ। |
खाने पीने की चीज़े | 1 – टी बैग। 2 – ड्राई फ्रूट्स। 3 – चॉकलेट। 4 – बिस्कुट, नमकीन। 5 – सैंडविच। |
फोटोग्राफी के लिए जरूरी चीज़े | 1 – कैमरा, कैमर चार्जर, तार और बैटरियां। 2 – पावर बैंक (कैमरा चार्ज करने के लिए) 3 – सेल्फी स्टिक। 4 – कैमरा लेंस का एक सेट। 5 – फ़िल्टर सेट। |
पहचान पत्र तथा जरूरी कागजात | 1 – टिकट, मतदाता पहचान पत्र, आदि (पासपोर्ट यदि जरूरी हो तो)। 2 – यात्रा कार्यक्रम की एक फोटोकॉपी। 3 – आपकी यात्रा (उड़ान),होटल और सेवा बुकिंग की पर्ची। |
Bhuj Me Ghumne Ki Jagah-
❣ भूकंप स्मारक – Earthquake Memorial ❣ प्राग महल पैलेस – Prag Mahal ❣ आईना महल – Aina Mahal ❣ वंदे मातरम मेमोरियल – Vande Mataram Memorial ❣ रामकुंड बावड़ी – Ramkund Stepwell ❣ खारी नदी – Khari Nadi ❣ कच्छ म्यूजियम – Kutch Museum ❣ छातार्दी भुज – Chhatardi Bhuj ❣ हमीरसर झील – Harmirsar Lake ❣ आदियोगी स्टेच्यू – Adiyogi Statue |
1. स्मृतिवन भूकंप स्मारक एवं संग्रहालय – Smritivan Earthquake Memorial and Museum
स्मृतिवन भूकंप संग्रहालय भारत का सबसे बड़ा म्यूजियम है। जो कच्छ रेलवे स्टेशन से तकरीबन 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह म्यूजियम शहर के भुजियो डूंगर पर बनाया गया है। स्मृतिवन भूकंप म्यूजियम 470 एकड़ से अधिक एरिया में फैला हुआ है।
2001 में कच्छ में आए भूकंप के पीड़ितों को समर्पित यह म्यूजियम 7 ब्लॉक में विभाजित किया गया है। इस म्यूजियम के एरिया में 13,000 से अधिक पेड़ लगाए गए हैं, जिनके पास बैठकर पर्यटक आराम कर सकते हैं।
2. प्राग महल पैलेस – Prag Mahal
प्रागमहल कच्छ रेलवे स्टेशन से तकरीबन 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। प्रागमहल 1835 में कच्छ के राजा प्रागमलजी द्वितीय द्वारा बनवाया गया था, तथा इस महल का डिजाइन इतालवी डिजाइनर कर्नल हेनरी सेंट विल्किंस के द्वारा गॉथिक शैली में हुआ है।
इस महल का मुख्य आकर्षण का केंद्र दरबार हॉल और क्लॉक टावर है। यह महल इतना खूबसूरत है, कि यहाँ पर कई बॉलीवुड तथा गुजराती फिल्मों की शूटिंग भी की गई है।
3. आईना महल – Aina Mahal
आईना महल प्रागमहल के बगल में स्थित है। इस महल का निर्माण कच्छ के राजा राम लखपत ने 1750 में करवाया था। यूरोपियन शैली में बना हुआ यह महल 2001 में भूकंप के कारण लगभग पूरा नष्ट हो गया था।
महल के कुछ हिस्से को म्यूजियम के रूप में परिवर्तित कर दिया गया है। इस महल के दरबार हॉल में काफी आईने लगाए हुए हैं, इसलिए इसे आईना महल कहा जाता है। इस महल में कई पुरानी और दुर्लभ चीजें रखी हुई है।
4. वंदे मातरम मेमोरियल – Vande Mataram Memorial
कच्छ रेलवे स्टेशन से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित वंदे मातरम मेमोरियल भुजौड़ी गांव में स्थित है। यह संग्रहालय 12 एकड़ के क्षेत्र में तथा 60 करोड़ की लागत से बनाया गया है। इस संग्रहालय की संरचना भारत के पुराने संसद भवन के समान की गई है।
हॉल के मध्यम में भारत माता की मूर्ति बनाई गई है। यहाँ पर एक लाइब्रेरी, एक फूड कोड, इंडिया गेट की प्रतिकृति, दांडी यात्रा की मूर्तियाँ और गांधी जी की विशाल प्रतिमा भी स्थित है।
5. रामकुंड बावड़ी – Ramkund Stepwell
रामकुंड बावड़ी एक ऐतिहासिक बावड़ी है, जो कच्छ म्यूजियम के पास स्थित है। रामकुंड भुज रेलवे स्टेशन से तकरीबन 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। रामकुंड एक चौकोर आकार का बना हुआ है,
जो लगभग 56 फीट गहरा है। रामकुंड की दीवारों पर भगवान विष्णु के दस अवतारों को दर्शाती मूर्तियाँ और भगवान श्री राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान की मूर्तियाँ भी मौजूद है
6. खारी नदी – Khari Nadi
खारी नदी एक प्राकृतिक संरचना है, जो कच्छ रेलवे स्टेशन से तकरीबन 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। खारी नदी को ‘कुंवारी नदी’ के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यह नदी किसी समुद्र से नहीं मिलती।
खारी नदी तकरीबन 40 फीट तक गहरी है। बहुत साल पहले यह नदी पानी से भरी हुई रहती थी, लेकिन अब बारिश के सीजन में ही इस नदी में पानी होता है। खारी नदी ‘द ग्रांड कैन्यन ऑफ कच्छ’ के नाम से भी जानी जाती है।
7. कच्छ म्यूजियम – Kutch Museum
कच्छ म्यूजियम भुज रेलवे स्टेशन से तकरीबन 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह म्यूजियम गुजरात राज्य का सबसे पुराना म्यूजियम है। इस म्यूजियम की स्थापना 1870 में कच्छ के शासक महाराव खेंगारजी तृतीय द्वारा की गई थी।
इस म्यूजियम का निर्माण इटैलियन बौद्धिक शैली में किया गया है। इस म्यूजियम के आकर्षण का केंद्र यहाँ पर रखे गए शिलालेख, पुराने सिक्के, पेंटिंग्स, मूर्तियाँ और म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट है।
8. छातार्दी भुज – Chhatardi Bhuj
छातार्दी भुज एक ऐतिहासिक स्मारक है, जो कच्छ रेलवे स्टेशन से तकरीबन 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। गुजराती भाषा में छातार्दी का मतलब होता है, छतरी यानी अम्ब्रेला। इस जगह को छातार्दी इसलिए कहा जाता है,
क्योंकि यहाँ कि सभी इमारतों की छतों का आकार अम्ब्रेला जैसा है। यहाँ पर कच्छ के सभी राजाओं की समाधियाँ मौजूद है। समाधि को सुरक्षित रखने के लिए समाधि पर छत वाली इमारत बनाई गई है। इस जगह पर बॉलीवुड की कई फिल्मों की शूटिंग भी की जाती है।
9. हमीरसर झील – Harmirsar Lake
कच्छ रेलवे स्टेशन से 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हमीरसर झील गुजरात के भुज शहर के मध्य में स्थित एक कृत्रिम झील है। यह क्षेत्र की सबसे बड़ी मानव निर्मित झील है,
और कच्छ में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। इस झील का प्राथमिक उद्देश्य प्राचीन काल में भुज के लोगों की घरेलू जरूरत को पूरा करना था। यह झील 28 एकड़ क्षेत्र में फैली हुई है, और इसके बीच में राजेंद्र पार्क नामक एक सुंदर बगीचा है।
10. आदियोगी स्टेच्यू – Adiyogi Statue
आदिस्टेच्यू भुज रेलवे स्टेशन से तकरीबन 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ पर हिंदू देवता शिव के चेहरे की मूर्ति बनी हुई है। इस स्टेच्यू की ऊँचाई 30 फिट है। यह स्टेच्यू कोयंबटूर में बना 112 फीट ऊंचे आदियोगी के स्टेच्यू की तरह बनाया गया है।
इस स्टेच्यू का निर्माण वृंदावन डेवलपर्स द्वारा, मथुरा ग्रीन नामक ईशा फॉउंडेशन के अंदर कराया गया है। आदियोगी स्टेच्यू एक दार्शनिक स्थल है, यहाँ पर सभी धर्म के लोग घूमने के लिए आते हैं।
“बताते चलें की, बीकानेर राजस्थान का एक बड़ा शहर है। बीकानेर शहर पाकिस्तान सीमा के पास, थार रेगिस्तान पर बसा हुआ है। बीकानेर राजस्थान के सुनहरे टीलों और बेमिसाल राजवाड़ी इमारतों के लिए बहुत प्रसिद्ध है। बीकानेर मे हर साल लाखों पर्यटक घूमने आते हैं, चलिए विस्तार से जानते हैं – बीकानेर के बार मे“
भुज कैसे जाये-
हवाई मार्ग द्वारा – भुज में कोई भी हवाई अड्डा स्थित नहीं है। भुज का सबसे करीबी हवाई अड्डा कच्छ में स्थित है। मुंबई हवाई अड्डे से आपको कच्छ के लिए डायरेक्ट फ्लाइट मिल जाएगी। कच्छ का यह हवाई अड्डा देश के सभी हवाई अड्डे से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
रेल मार्ग द्वारा – भुज रेलवे जंक्शन आस-पास के सभी रेलवे स्टेशन से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। मुंबई से तथा आस-पास के सभी शहरों से आपको भुज तथा कच्छ के लिए डायरेक्ट ट्रेन मिल जाएगी।
सड़क मार्ग द्वारा – गुजरात के सभी शहरों से भुज के लिए डायरेक्ट बस की सुविधा उपलब्ध है। भुज सरकारी तथा प्राइवेट दोनों बसों के माध्यम से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
भुज में कहाँ ठहरे-
दोस्तों यदि आप भुज में घूमने के लिए आए हैं, और आप भुज को एक दिन में कवर नहीं कर सकते, तो आपको यहाँ पर रात में रुकना पड़ेगा। यहाँ आने के बाद यदि आप सोच रहे होंगे कि हम रात में कहाँ रुके? तो हम आपके लिए भुज में रुकने के लिए अच्छे और सस्ते होटल लेकर आए हैं।
इस लिस्ट की मदद से आप भुज में आसानी से रुक सकते हैं। यह होटल है- होटल श्रीनाथजी भुज, उषा रेसिडेंसी, होटल डेजर्ट इन, शक्ति डोम एंड होटल, होटल राधे कृष्णा, नीलकंठ गेस्ट हाउस, अंजलि गेस्ट हाउस, होटल व्हाइट डेजर्ट, विजय होम स्टे, होटल राधा कृष्णा, जय गेस्ट हाउस, होटल रेवा, दिव्योत रेसिडेंसी आदि।
भुज का प्रसिद्ध खाना-
भुज गुजरात राज्य में स्थित है। यहाँ पर आपको गुजराती व्यंजन देखने को मिलेंगे। भुज अपनी संस्कृति, सभ्यता के साथ लजीज व्यंजनों के लिए भी जाना जाता है। भुज घूमने वाले सभी पर्यटक इन व्यंजनों को एक बार जरूर ट्राई करते हैं।
भुज के प्रसिद्ध व्यंजन है- थेपला, खांडवी, खमन, उंधियु, मुथिया, फाफड़ा-जलेबी, ढोकला, दाबेली पोहा, काठियावाड़ी थाली, ओधो, गुलाब पाक, लिलवा कचोरी, लहसुनी आलू और पराठा आदि।
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भुज मे घूमने के लिए कितने दिन काफी हैं?
भुज मे घूमने के लिए बहुत से पर्यटक स्थल हैं। यहाँ पर अच्छी तरह से घूमने के लिए 2-3 दिनों का समय होना चाहिए।
भुज से मैं क्या खरीद सकता हूं?
भुज कढ़ाई और हस्तशिल्प सामग्री बनाने के लिए फेमस है, यहाँ पर घूमने आने वाले पर्यटक ज्यादातर पर्यटक यही खरीद कर ले जाते हैं।
तो कैसा लगा आपको यह आर्टिकल ! भुज से जुड़ी बातें जैसे – कहाँ रहना है? कैसे घूमना है? कहाँ जाना है? क्या खाना है? हमने इस आर्टिकल में आपको बताया है, इस जरूरी जानकारी को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें 👇