कोटद्वार एक ऐसा शहर है, जहाँ से गढ़वाल के पहाड़ों का रास्ता शुरू होता है। इसलिए यहाँ आपको मैदानी और पहाड़ी दोनों तरह के टूरिस्ट प्लेसेस मिल जाएंगे। कोटद्वार विश्व स्थल स्थान में से सबसे ऊंचा स्थान माना जाता है।
यहाँ पर आने वाले पर्यटकों को प्राकृतिक तथा ऐतिहासिक के साथ-साथ धार्मिक स्थल भी देखने को मिल जाएंगे। कोटेदार आने वाले पर्यटकों के लिए सभी चीजें प्रदान करता है, तो चलिए बात करते हैं – Kotdwar Me Ghumne ki Jagah के बारे मे !!
हेलो दोस्तों, आज हम लेकर आए हैं कोटद्वार के लिए जानकारी। यदि आपको कोटद्वार जाने का शौक है, और आपको कोटद्वार से जुड़ी इनफार्मेशन चाहिए, तो हमारे इस आर्टिकल के जरिए आप कोटद्वार से जुड़ी सारी जानकारी हासिल कर सकते हैं। तो हमारे इस आर्टिकल के साथ अंत तक बने रहें।
कोटद्वार घूमने का खर्च | लगभग 15,000 से 20,000 रुपये |
कोटद्वार घूमने के लिए सबसे अच्छा समय | आकतूबर से अप्रेल के बीच |
यात्रा के दौरान ले जाने वाली जरूरी चीज़े–
यात्रा के दौरान साथ ले जाने वाली जरूरी चीज़े | 1 – फ़ोन, चार्जर या पावर बैंक। 2 – मोबाइल मे Google Map डाउनलोड करें। 3 – टिफिन बॉक्स और पानी की बोतल। 4 – धूप के चश्मे, टॉर्च लाइट और घड़ी। |
चिकित्सा किट | 1 – सर्दी के लिए कुछ दवाएँ। 2 – दर्द की दवाएँ। 3 – पेट दर्द की दवाएँ। 4 – पट्टियाँ। 5 – एंटीसेप्टिक क्रीम। 6 – गैस्ट्रिक गोलियाँ। |
खाने पीने की चीज़े | 1 – टी बैग। 2 – ड्राई फ्रूट्स। 3 – चॉकलेट। 4 – बिस्कुट, नमकीन। 5 – सैंडविच। |
फोटोग्राफी के लिए जरूरी चीज़े | 1 – कैमरा, कैमर चार्जर, तार और बैटरियां। 2 – पावर बैंक (कैमरा चार्ज करने के लिए) 3 – सेल्फी स्टिक। 4 – कैमरा लेंस का एक सेट। 5 – फ़िल्टर सेट। |
पहचान पत्र तथा जरूरी कागजात | 1 – टिकट, मतदाता पहचान पत्र, आदि (पासपोर्ट यदि जरूरी हो तो)। 2 – यात्रा कार्यक्रम की एक फोटोकॉपी। 3 – आपकी यात्रा (उड़ान),होटल और सेवा बुकिंग की पर्ची। |
Kotdwar Me Ghumne ki Jagah
1. सिद्धबली मंदिर – Sidhbali Mandir
यह मंदिर हनुमान जी का एक प्रसिद्ध मंदिर है। जहाँ पर दूर दूर से लोग दर्शनों के लिए आते हैं। इस मंदिर में लोगों की बहुत ही मान्यता है। और बहुत से लोग मनोकामना पूरी होने पर यहां भंडारा भी करवाते हैं।
यहाँ लगभग हर रोज भंडारा होता है, और यह जानकर आप काफी हैरान हो जाएंगे कि यहाँ पर 2025 तक भंडारे की बुकिंग एडवांस में हो चुकी है। यहाँ रविवार के दिन सबसे ज्यादा भक्त दर्शनों के लिए आते हैं।
2. कॉर्बेट नेशनल पार्क – Corbett National Park
दोस्तों भारत के प्रसिद्ध कॉर्बेट नेशनल पार्क जाने का रास्ता कोटद्वार से होकर भी जाता है। इसलिए अगर आपको जंगल सफारी करने का शौक है, या फिर आप वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी करना चाहते हैं, तो आप यहाँ पर आकर कॉर्बेट नेशनल पार्क में कर सकते हैं।
कॉर्बेट नेशनल पार्क में घूमने के लिए आप गाड़ियों की बुकिंग सिद्धबली मंदिर के पास उनकी कुछ ऑफिस हैं, वहाँ से करवा सकते हैं। या फिर आप ऑनलाइन भी कॉर्बेट नेशनल पार्क की बुकिंग करवा सकते हैं।
3. कण्वाश्रम – Kanvashram
दोस्तों कोटद्वार में स्थित कण्वाश्रम एक प्रसिद्ध और प्राचीन स्थान है। यहाँ प्राचीन समय में ऋषि का आश्रम हुआ करता था, और यह आश्रम गढ़वाल क्षेत्र का एकमात्र गुरुकुल भी था। जहाँ पर दूर दूर से लोग विद्या ग्रहण करने आते थे। इसके अलावा यहाँ पर राजा भरत का जन्म भी हुआ था।
जिनके नाम पर आगे चलकर भारत देश का नाम भारत पड़ा। यहाँ मालिनी नदी के तट पर बसा यह एक बेहद ही शानदार जगह है, यह स्थान कोटद्वार से बारह किलोमीटर दूर है और कोटद्वार से पर्यटक यहाँ पर घूमने के लिए जाते रहते हैं।
4. लैंसडाउन – Lansdowne
दोस्तों कोटद्वार से 35 किलोमीटर दूर एक खूबसूरत हिल स्टेशन है लैंसडाउन। जहां पूरे देश से पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। लैंसडाउन अपनी सुहाने मौसम और खूबसूरत नजारों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ सालभर मौसम सुहाना ही रहता है।
यहाँ से हिमालय के सुंदर नजारे भी दिखाई देते हैं। आप यहाँ पर भुल्ला ताल, टिप इन टॉप पॉइंट, कालेश्वर महादेव मंदिर, लैंसडाउन, गढ़वाली म्यूज़ियम, भीम पकोरा आदि चीज भी देख सकते हैं।
5. चरेख – Charekh
कोटद्वार से 25 किलोमीटर दूर एक चरेख नाम की एक शांत और खूबसूरत जगह है। यह जगह प्राकृतिक रूप से बेहद ही खूबसूरत है। यहाँ पर दाना नाम की ऊंची पहाड़ी है, यहाँ से दूर दूर की पहाड़ियां नजर आती हैं। और इस पहाड़ी पर घास के मैदान है,
जो इसे और भी सुंदर बनाते हैं। यहाँ पर चरेख नाम के ऋषि रहा करते थे, उन्होंने यहाँ पर कई सारी जड़ी बूटियों की खोज भी की थी इसीलिए इस जगह का नाम उनके नाम चरेख पड़ा।
“बताते चलें की, यदि आप काम पैसों मे किसी हिल स्टेशन पर घूमना चाहते हैं, तो उत्तराखंड का रामनगर शहर काम बजट मे घूमने की बेस्ट जगह हो सकती है। रामनगर से आप को हिमालय के दर्शन भी हो जाएंगे, वही आप को लीची के बाग, पहाड़, झरने भी देखने को मिलेंगे, तो चलिए विस्तार से जानते हैं – रामनगर के बारे मे“
कोटद्वार कैसे जाएं–
हवाई मार्ग द्वारा – जॉली ग्रांट हवाई अड्डा कोटद्वार का सबसे निकटतम हवाई अड्डा है। कोटद्वार से इस हवाई अड्डे की दूरी 110 किलोमीटर है। आप दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे या अपने नजदीकी हवाई अड्डे से जॉली ग्रांट हवाई अड्डे तक बहुत ही आसानी से पहुँच सकते हैं।
रेल मार्ग द्वारा – कोटद्वार रेल माध्यम से भी देश के सभी रेलवे स्टेशन से जुड़ा हुआ है। भारत का सबसे पुराना रेलवे स्टेशन कोटद्वार में ही स्थित है। यहाँ से दिल्ली, नजीबाबाद जैसे बड़े शहरों के लिए डायरेक्ट ट्रेन मिल जाएगी।
सड़क मार्ग द्वारा – कोटद्वार सड़क मार्ग के द्वारा भी बहुत अच्छे अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। नजीबाबाद, देहरादून, हरिद्वार व उत्तरप्रदेश जैसे बड़े राज्यों से आपको कोटद्वार के लिए आसानी से बसें मिल जाएंगी।
Google Map-
कोटद्वार में कहाँ ठहरें-
यदि आप कोटद्वार घूमने आए हैं, तो आपका रात रुकने का प्लान भी होगा आप सोचोगे कोटद्वार में हम रात को कहाँ रुके, तो हम आपके लिए कोटद्वार में कुछ ऐसे होटल लेकर आए हैं, जो आपको सस्ते दामों पर सारी फैसेलिटीज के साथ मिलते हैं। इन होटल में आपको रुकने में कोई परेशानी भी नहीं होगी।
इन होटल में आपको सारी फैसेलिटीज भी मिलती है, तथा यह आपके बजट के हिसाब से होते हैं। ये होटल हैं – होटल, होटल पैरामाउंट, होटल गंगा, होटल अतिथि, होटल ग्रीनवैली, होटल परम, हिनवल वैली होटल और रिसॉर्ट, कैंप अद्वैत, बिष्ट निवास होमस्टे, होटल भरत लैंड, नारायण होटल आदि।04:54 PM
कोटद्वार का फेमस खाना-
कोटद्वार भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित है। इसलिए आपको उत्तराखंड के व्यंजन देखने को मिलेंगे। कोटद्वार में आपको स्ट्रीट फूड भी स्वादिष्ट देखने को मिलेंगे। कोटद्वार के प्रसिद्ध व्यंजन है- गहत का गथ्वाणी/फाणू, कंडाली का साग,
लिंगुड़ा की सब्जी, कोदा की रोटी, झंगोरे की खीर, भट्ट दाल की चुड़कानी, काली दाल का चौंसा, लाल भात, भांग की चटनी, बुरांश का जूस आदि। आप कोटद्वार घूमने जाए, तो एक बार इन व्यंजनों को जरूर ट्राई करें।
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तो यह थी! कोटद्वार से जुड़ी सारी बातें हमने इस आर्टिकल में आपको बताया है, कि कोटद्वार कैसे जाना है कहाँ जाना है, तथा कहाँ रहना है, तथा कोटद्वार के प्रसिद्ध व्यंजन कौन-कौन से हैं। आपको हमारी यह जानकारी अच्छी लगी तो आप अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।
जरूरी जानकारी !!
👉दिल्ली से कोटद्वार कितने घंटे का रास्ता है?
दिल्ली से कोटद्वार जाने के लिए, कश्मीरी गेट से उत्तराखंड रोडवेज़ की बहुत सारी बस चलती हैं, जो लगभग 6-7 घंटों मे कोटद्वार पहुंचा देती हैं।
👉क्या दिल्ली से कोटद्वार के लिए बसें चल रही हैं?
दिल्ली के कश्मीरी गेट बस अड्डे से सुबह 4 बजे से रात 12 बजे उत्तराखंड रोडवेज़ की बसे उपलब्ध रहती हैं।
👉कोटद्वार घूमने मे कितना खर्च आता है?
कोटद्वार ज्यादा बड़ा शहर नहीं है, इसलिए यह पर खर्च काम ही होता है। लेकिन फिर भी कोटद्वार घूमने के लिए लगभग 5,000 – 7,000 रुपयों का बजट होना चाहिए।
👉कोटद्वार घूमने का सबसे अच्छा समय कब होता है?
कोटद्वार घूमने के लिए नवंबर से मार्च के महीनों का समय सब से अच्छा होता है, क्यूंकी इन दिनों मे कोटद्वार का मौसम सुहाना हो जाता है।