कच्छ भारत के गुजरात राज्य में स्थित एक जिला है। यह जिला गुजरात राज्य का सबसे बड़ा जिला है। यह जिला लगभग 23,300 किलोमीटर में फैला हुआ एक बेहद खूबसूरत स्थान है।
कच्छ अपने ऐतिहासिक इमारतों, राजा महाराजाओं के शानदार महल, राजा महाराजाओं के जमाने की वास्तुकला, वन्यजीव अभ्यारण तथा पुराने म्यूजियम आदि देखने के लिए जाना जाता है।
पूरी दुनिया से लोग यहाँ पर घूमने के लिए आते हैं। कच्छ शहर में आप ऐतिहासिक स्थल के साथ-साथ धार्मिक स्थल भी देख सकते हैं, चलिए विस्तार से जानते हैं – Kutch Me Ghumne Ki Jagah के बारे मे !!
कच्छ घूमने का खर्च | लगभग 20,000 से 25,000 रुपये |
कच्छ घूमने के लिए सबसे अच्छा समय | अक्टूबर से मार्च के बीच |
यात्रा के दौरान ले जाने वाली जरूरी चीज़े–
यात्रा के दौरान साथ ले जाने वाली जरूरी चीज़े | 1 – फ़ोन, चार्जर या पावर बैंक। 2 – मोबाइल मे Google Map डाउनलोड करें। 3 – टिफिन बॉक्स और पानी की बोतल। 4 – धूप के चश्मे, टॉर्च लाइट और घड़ी। |
चिकित्सा किट | 1 – सर्दी के लिए कुछ दवाएँ। 2 – दर्द की दवाएँ। 3 – पेट दर्द की दवाएँ। 4 – पट्टियाँ। 5 – एंटीसेप्टिक क्रीम। 6 – गैस्ट्रिक गोलियाँ। |
खाने पीने की चीज़े | 1 – टी बैग। 2 – ड्राई फ्रूट्स। 3 – चॉकलेट। 4 – बिस्कुट, नमकीन। 5 – सैंडविच। |
फोटोग्राफी के लिए जरूरी चीज़े | 1 – कैमरा, कैमर चार्जर, तार और बैटरियां। 2 – पावर बैंक (कैमरा चार्ज करने के लिए) 3 – सेल्फी स्टिक। 4 – कैमरा लेंस का एक सेट। 5 – फ़िल्टर सेट। |
पहचान पत्र तथा जरूरी कागजात | 1 – टिकट, मतदाता पहचान पत्र, आदि (पासपोर्ट यदि जरूरी हो तो)। 2 – यात्रा कार्यक्रम की एक फोटोकॉपी। 3 – आपकी यात्रा (उड़ान),होटल और सेवा बुकिंग की पर्ची। |
Kutch Me Ghumne Ki Jagah-
❣ विजय विलास पैलेस – Vijay Vilas Palace ❣ कालो डूंगर – Kalo Dungar ❣ रामकुंड बावड़ी – Ramkund Stepwell ❣ कच्छ म्यूजियम – Kutch Museum ❣ आईना महल – Aina Mahal ❣ हमीरसर झील – Hamirsar Lake ❣ कच्छ वन्यजीव अभयारण्य – Kutch Wildlife Sanctuary ❣ लखपत किला – Lakhpat Fort |
1. विजय विलास पैलेस – Vijay Vilas Palace
कच्छ में स्थित विजय विलास पैलेस एक रजवाड़ी पैलेस है। इस पैलेस का निर्माण सन् 1929 में कराया गया था। विजय विलास महल स्थानीय कच्छ, राजस्थान और बंगाल की मिली जुली स्थापत्य शैली में निर्मित सुंदर मूर्तियों का एक प्रतीक है।
यह महल 2 एकड़ के निजी समुद्र तट के साथ 450 के क्षेत्रफल में फेला हुआ है। यह महल इतना भव्य है, कि यहाँ फिल्मों की शूटिंग भी होती है। हम दिल दे चुके सनम हिंदी मूवी का फिल्मांकन यहाँ हुआ है, और इसके अलावा और भी कई फिल्मों का यहाँ पर फिल्मांकन हुआ है।
2. कालो डूंगर – Kalo Dungar
कालो डूंगर कच्छ का सबसे ऊँचा स्थान माना जाता है। कालो डूंगर लगभग 462 मीटर ऊँचा काला पहाड़ है। भुज से कालो डूंगर की दूरी लगभग 95 किलोमीटर है। यह स्थान कच्छ में आने वाले पर्यटकों को काफी पसंद आता है।
ऊँचा होने के कारण यहाँ से सूर्यास्त का नजारा काफी खूबसूरत दिखाई देता है। कच्छ आने वाले सभी पर्यटक शाम के समय में यहाँ पर जरूर आना पसंद करते हैं। यहाँ पर आपको एक प्राचीन मंदिर भी देखने को मिल जाएगा।
3. रामकुंड बावड़ी – Ramkund Stepwell
रामकुंड बावड़ी एक ऐतिहासिक बावड़ी है, जो कच्छ म्यूजियम के पास स्थित है। रामकुंड भुज रेलवे स्टेशन से तकरीबन 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। रामकुंड एक चौकोर आकार का बना हुआ है,
जो लगभग 56 फीट गहरा है। रामकुंड की दीवारों पर भगवान विष्णु के दस अवतारों को दर्शाती मूर्तियाँ और भगवान श्री राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान की मूर्तियाँ भी मौजूद है
4. कच्छ म्यूजियम – Kutch Museum
कच्छ म्यूजियम भुज रेलवे स्टेशन से तकरीबन 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह म्यूजियम गुजरात राज्य का सबसे पुराना म्यूजियम है। इस म्यूजियम की स्थापना 1870 में कच्छ के शासक महाराव खेंगारजी तृतीय द्वारा की गई थी।
इस म्यूजियम का निर्माण इटैलियन बौद्धिक शैली में किया गया है। इस म्यूजियम के आकर्षण का केंद्र यहाँ पर रखे गए शिलालेख, पुराने सिक्के, पेंटिंग्स, मूर्तियाँ और म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट है।
5. आईना महल – Aina Mahal
कच्छ में स्थित आईना महल एक बहुत खूबसूरत महल है। इस महल का निर्माण कच्छ के राजा राम लखपत ने 1750 में करवाया था। यूरोपियन शैली में बना हुआ यह महल 2001 में भूकंप के कारण लगभग पूरा नष्ट हो गया था।
महल के कुछ हिस्से को म्यूजियम के रूप में परिवर्तित कर दिया गया है। इस महल के दरबार हॉल में काफी आईने लगाए हुए हैं, इसलिए इसे आईना महल कहा जाता है। इस महल में कई पुरानी और दुर्लभ चीजें रखी हुई है।
6. हमीरसर झील – Hamirsar Lake
कच्छ रेलवे स्टेशन से 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हमीरसर झील, गुजरात के भुज शहर के मध्य में स्थित एक कृत्रिम झील है। यह क्षेत्र की सबसे बड़ी मानव निर्मित झील है, और कच्छ में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है।
इस झील का प्राथमिक उद्देश्य प्राचीन काल में कच्छ के लोगों की घरेलू जरूरत को पूरा करना था। यह झील 28 एकड़ क्षेत्र में फैली हुई है, और इसके बीच में राजेंद्र पार्क नामक एक सुंदर बगीचा है।
7. कच्छ वन्यजीव अभयारण्य – Kutch Wildlife Sanctuary
कच्छ रेगिस्तान वन्यजीव अभ्यारण गुजरात के कच्छ में स्थित एक शानदार वन्यजीव अभ्यारण है। लगभग 7,505 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ, यह वन्यजीव अभ्यारण अपने दुर्लभ जंगली जानवरों तथा सांपों के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है।
यह स्थान ग्रेटर फ्लेमिंगो का प्रजनन स्थान भी माना जाता है। इसके अलावा यह स्थान सांभर, सीआर, चिंकारा, जंगली सूअर, नीलगाय जैसे जंगली जानवरों ने लिये जाना जाता है। गुजरात आने वाले सभी पर्यटक कच्छ रेगिस्तान वन्य जीव अभ्यारण को देखने जरूर आते हैं।
8. लखपत किला – Lakhpat Fort
लखपत किला कच्छ से लगभग 142 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। लखपत कच्छ का एक छोटा सा कस्बा है, इसे ‘लखपतियों के शहर’ के नाम से भी जाना जाता है।
यह स्थान गुजरात और सिंध को जोड़ने के कारण व्यापारिक दृष्टि से काफी महत्व रखता है। लखपत कस्बे के कारण ही इस किले का नाम लखपत किला पड़ा। किले की दीवारों के अंदर आपको एक गुरुद्वारा भी देखने को मिल जाएगा।
“बताते चलें की, कच्छ से लगभग 300 किमी की दूरी पर गुजरात का खूबसूरत शहर सूरत है। यदि आप गुजरात घूमने के लिए निकले हैं, तो आप कच्छ के साथ-साथ गुजरात के बाकी शहर भी घूम सकते हैं, जिनमे से एक सूरत भी है, तो चलिए विस्तार से जानते हैं – सूरत के बारे मे“
कच्छ कैसे जाएं-
हवाई मार्ग द्वारा – कच्छ में स्थित हवाई अड्डा कांडला हवाई अड्डा है। मुंबई हवाई अड्डे से आपको कच्छ के लिए डायरेक्ट फ्लाइट मिल जाएगी। कच्छ का यह हवाई अड्डा देश के सभी हवाई अड्डे से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
रेल मार्ग द्वारा – कच्छ रेलवे जंक्शन आस-पास के सभी रेलवे स्टेशन से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। मुंबई से तथा आस-पास के सभी शहरों से आपको भुज तथा कच्छ के लिए डायरेक्ट ट्रेन मिल जाएगी।
सड़क मार्ग द्वारा – गुजरात के सभी शहरों से कच्छ के लिए डायरेक्ट बस की सुविधा उपलब्ध है। कच्छ सरकारी तथा प्राइवेट दोनों बसों के माध्यम से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
Google Map-
कच्छ में कहाँ ठहरे-
दोस्तों यदि आप कच्छ में घूमने के लिए आए हैं, और आप कच्छ को एक दिन में कवर नहीं कर सकते, तो आपको यहाँ पर रात में रुकना पड़ेगा। यहाँ आने के बाद यदि आप सोच रहे होंगे कि हम रात में कहाँ रुके?
तो हम आपके लिए कच्छ में रुकने के लिए अच्छे और सस्ते होटल लेकर आए हैं। इस लिस्ट की मदद से आप कच्छ में आसानी से रुक सकते हैं। ये होटल है-
वीआरपी गेस्ट हाउस, होटल हैप्पी स्टे, OYO रामदेव होटल & गेस्ट-हाउस, ऊषा रेसिडेंसी, रिसॉर्ट फार्म विला, होटल हैप्पी INN, होटल तुलसी रेसिडेंसी, होटल राधे कृष्णा, होटल REVA, टोरन होटल गुजरात टूरिज्म, होटल श्याम पैलेस आदि।
कच्छ के प्रसिद्ध खाने-
कच्छ गुजरात राज्य में स्थित है। यहाँ पर आपको गुजराती व्यंजन देखने को मिलेंगे। कच्छ अपनी संस्कृति, सभ्यता के साथ लजीज व्यंजनों के लिए भी जाना जाता है। कच्छ घूमने वाले सभी पर्यटक इन व्यंजनों को एक बार जरूर ट्राई करते हैं।
कच्छ के प्रसिद्ध व्यंजन है- दाबेली, खिचड़ी कढ़ी, चाय, ओधो, मेसुख, गुलाब-पाक, अददिया, थेपला, खांडवी, खमन, उंधियु, मुथिया, फाफड़ा-जलेबी, ढोकला, दाबेली पोहा, काठियावाड़ी थाली, ओधो, लिलवा कचोरी, लहसुनी आलू और पराठा आदि।
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कच्छ की प्रसिद्ध चीज क्या है?
कच्छ मे घूमने वाले पर्यटकों के लिए बहुत सारी जगह है, लेकिन सबसे ज्यादा फेमस कच्छ रेगिस्तान वन्यजीव अभयारण्य है। कच्छ घूमने वाले लगभग सभी पर्यटक यहाँ पर जरूर घूमना पसंद करते हैं।
कच्छ घूमने के लिए कितने दिन चाहिए?
कच्छ के कल्चर को अच्छी तरह से समझने के लिए, यहाँ पर मौज-मस्ती करने के लिए काम से 3-4 दिनों का समय होना चाहिए।
कच्छ जिले में कौन से पहाड़ है?
कच्छ जिले का सबसे ऊंचा पहाड़ काला डूंगर है, इसे ब्लैक हिल नाम से भी जाना जाता है। इसकी ऊँचाई लगभग 458 मीटर (1,503 फीट) है।
तो कैसा लगा आपको यह आर्टिकल ! कच्छ से जुड़ी बातें जैसे – कहाँ रहना है? कैसे घूमना है? कहाँ जाना है? क्या खाना है? हमने इस आर्टिकल में आपको बताया है, इस जरूरी जानकारी को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें 👇