Odisha Me Ghumne Ki Jagah | Hirakund Dam

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भारत के पूर्वी तट पर स्थित, उड़ीसा भारत का एक राज्य है। ओड़िशा क्षेत्रफल के अनुसार भारत का नौवां और जनसंख्या के हिसाब से ग्यारहवां सबसे बड़ा राज्य है। उड़ीसा में बोली जाने वाली प्रमुख भाषा “उड़िया” है। उड़ीसा पर्यटन के लिए एक खूबसूरत राज्य है, तो चलिए बात करते हैं – Odisha Me Ghumne Ki Jagah के बारे मे !!

उड़ीसा अपने आकर्षित समुद्री तटो, दर्शनीय मंदिरों, खूबसूरत पर्यटन स्थलों के लिए पूरी इंडिया में फेमस बन चुका है। उड़ीसा के दो मंदिर ‘जगन्नाथ पुरी मंदिर’ और ‘कोणार्क का सूर्य मंदिर’ सबसे ज्यादा फेमस है। इन मंदिर के अलावा आप उड़ीसा में ऐतिहासिक स्थल के साथ-साथ धार्मिक स्थल भी देखने को मिलेंगे।

उड़ीसा का नृत्य भी काफी फेमस है, उड़ीसा के नृत्य की जितनी तारीफ की जाए कम है। उड़ीसा में कला, संगीत, त्यौहार, संस्कृति राज्य को अलग ही पहचान दिलाती है। उड़ीसा में आप बेहद खूबसूरत नजारे को देख सकते हैं, तथा यहाँ पर काफी पर्यटक घूमने के लिए आते हैं।

यदि आपने उड़ीसा जाने का प्लान बनाया है, तो आप बिल्कुल ठीक पेज पर आए हैं, इस आर्टिकल के जरिए हम आपको उड़ीसा से जुड़ी सभी जानकारी देंगे। आप उड़ीसा में कहाँ-कहाँ घूम सकते हैं? उड़ीसा कैसे जा सकते हैं? उड़ीसा के प्रसिद्ध व्यंजन कौन-कौन से हैं? तथा उड़ीसा में आपको सस्ते और अच्छे होटल कहाँ मिलेंगे?

उड़ीसा घूमने का खर्चलगभग 10,000 से 15,000 रुपये
उड़ीसा घूमने के लिए सबसे अच्छा समयअक्टूबर से फरवरी के बीच

यात्रा के दौरान ले जाने वाली जरूरी चीज़े

यात्रा के दौरान साथ ले जाने वाली जरूरी चीज़े1 – फ़ोन, चार्जर या पावर बैंक।
2 – मोबाइल मे Google Map डाउनलोड करें।
3 – टिफिन बॉक्स और पानी की बोतल।
4 – धूप के चश्मे, टॉर्च लाइट और घड़ी।
चिकित्सा किट1 – सर्दी के लिए कुछ दवाएँ।
2 – दर्द की दवाएँ।
3 – पेट दर्द की दवाएँ।
4 – पट्टियाँ।
5 – एंटीसेप्टिक क्रीम।
6 – गैस्ट्रिक गोलियाँ।
खाने पीने की चीज़े1 – टी बैग।
2 – ड्राई फ्रूट्स।
3 – चॉकलेट।
4 – बिस्कुट, नमकीन।
5 – सैंडविच।
फोटोग्राफी के लिए जरूरी चीज़े1 – कैमरा, कैमर चार्जर, तार और बैटरियां।
2 – पावर बैंक (कैमरा चार्ज करने के लिए)
3 – सेल्फी स्टिक।
4 – कैमरा लेंस का एक सेट।
5 – फ़िल्टर सेट।
पहचान पत्र तथा जरूरी कागजात1 – टिकट, मतदाता पहचान पत्र, आदि (पासपोर्ट यदि जरूरी हो तो)।
2 – यात्रा कार्यक्रम की एक फोटोकॉपी।
3 – आपकी यात्रा (उड़ान),होटल और सेवा बुकिंग की पर्ची।

यात्रा के दौरान ले जाने वाली जरूरी चीज़े

यात्रा के दौरान साथ ले जाने वाली जरूरी चीज़े1 – फ़ोन, चार्जर या पावर बैंक।
2 – मोबाइल मे Google Map डाउनलोड करें।
3 – टिफिन बॉक्स और पानी की बोतल।
4 – धूप के चश्मे, टॉर्च लाइट और घड़ी।
चिकित्सा किट1 – सर्दी के लिए कुछ दवाएँ।
2 – दर्द की दवाएँ।
3 – पेट दर्द की दवाएँ।
4 – पट्टियाँ।
5 – एंटीसेप्टिक क्रीम।
6 – गैस्ट्रिक गोलियाँ।
खाने पीने की चीज़े1 – टी बैग।
2 – ड्राई फ्रूट्स।
3 – चॉकलेट।
4 – बिस्कुट, नमकीन।
5 – सैंडविच।
फोटोग्राफी के लिए जरूरी चीज़े1 – कैमरा, कैमर चार्जर, तार और बैटरियां।
2 – पावर बैंक (कैमरा चार्ज करने के लिए)
3 – सेल्फी स्टिक।
4 – कैमरा लेंस का एक सेट।
5 – फ़िल्टर सेट।
पहचान पत्र तथा जरूरी कागजात1 – टिकट, मतदाता पहचान पत्र, आदि (पासपोर्ट यदि जरूरी हो तो)।
2 – यात्रा कार्यक्रम की एक फोटोकॉपी।
3 – आपकी यात्रा (उड़ान),होटल और सेवा बुकिंग की पर्ची।

Odisha Me Ghumne Ki Jagah

1. सूर्य मंदिर – Sun Temple

Image Source – Google | Image By – Worldhistory

कोणार्क का सूर्य मंदिर 772 साल पुराना है। यह मंदिर भारत में ही नहीं बल्कि विदेश में भी काफी प्रसिद्ध है। यहाँ पर हर साल विदेश से काफी पर्यटक देखने आते हैं। इस मंदिर का निर्माण ग्रेनाइट तथा बलुआ पत्थर से किया गया है।

इस मंदिर का निर्माण इस तरह से किया गया है, कि सूर्य की पहली किरण मंदिर के प्रवेश द्वार पर प्रवेश करती है। मंदिर की संरचना रथ के आकार की बनाई गई है, इस रथ में 12 पहिए लगे हुए हैं। यह पहिए वक्त बताने का भी काम करते हैं। इसलिए इन पहिओ को ‘धूप घड़ी’ भी कहा जाता है।

मंदिर में बने हुए सात घोड़े दिनों का प्रतीत माना जाता है। इस मंदिर की वास्तुकला तथा मूर्तियों को देखकर आप आश्चर्यचकित रह जायेंगे। उड़ीसा आने वाले इस मंदिर को देखने जरूर आते हैं। आप भी इस मंदिर की वास्तुकला को देखने एक बार जरूर आए।

2. उदयगिरी की गुफाएं – Udaigiri Caves

Image Source – Google | Image By – Wikipedia

उड़ीसा में स्थित उदयगिरि और खंडगिरि गुफाएं ऐतिहासिक गुफाओं में शामिल है। यहाँ पर हर साल लाखों की तादाद में पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। यह गुफाएं पहाड़ियों पर स्थित है, इनका समय काल 350 ईसवी पूर्व माना जाता है।

उदयगिरि गुफाएं खंडगिरि की तुलना में अधिक खूबसूरत मानी जाती है। उदयगिरि गुफाएं में 18 गुफा है, जिसमें से ‘रानी गुम्फा’ और ‘बाजघर गुम्फा’ सबसे सुंदर और पवित्र है। पहाड़ी की बाईं ओर पर खंडगिरी गुफाएं मौजूद है। खंडगिरी में मुख्य रूप से 15 गुफाएं हैं, जिनमें से तातोवा गुम्फा, अनंत गुम्फा, ध्यान गुम्फा, अंबिका गुम्फा और नव मुनि गुम्फा ज्यादा प्रमुख है।

यदि आप यहाँ पर घूमने आते हैं, तो गुफाओं के आसपास आपको और भी तीर्थ स्थल देखने को मिल जाएंगे। आप यहाँ पर कम शुल्क देकर अधिक जानकारी तथा ऐतिहासिक स्थल को देख सकते हैं।

3. सिमलिपाल राष्ट्रीय अभ्यारण्य – Similipal National Park

Image Source – Google | Image By – Wikipedia

सिमलीपाल नेशनल पार्क  एक बाघ अभ्यारण है। यह उड़ीसा में मयुरभंज जिले में स्थित एक खूबसूरत पार्क है। यह पार्क 2750 किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। सिमलिपाल राष्ट्रीय अभ्यारण्य मुख्य रूप से राजघराने के शिकार के रूप में प्रयोग करने के लिए बनाया गया था।

यह जीव अभ्यारण भारत का सबसे बड़ा जीव अभ्यारण है। वन्य जीव के साथ-साथ आप यहाँ पर हरे भरे जंगल, खूबसूरत नदियाँ, जीवों की विशाल किस्म भी देख सकते हैं, जो पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र है।

इस इस पार्क का मुख्य आकर्षण ‘जीप सफारी’ है, जिसकी सहायता से आप बाग के दृश्य का बहुत ही करीब से नजारा कर सकते हैं। जीप सफारी में आप अपने आसपास जानवरों को घूमते हुए भी देख सकते हैं।

इस बाग में आप 99 शाही बाघों और 432 जंगली हाथियों सहित तेंदुआ, गौर, हाथी, लंगूर, बार्किंग और चित्तीदार हिरण, स्लॉथ बीयर मोंगोज, फ्लाइंग गिलहरी, साही, कछुआ, मॉनिटर छिपकली, अजगर, सांबर, पैंगोलिन,

मगरमच्छ जैसी जानवरों की बहुत सारी प्रजातिओ को देख सकते हैं। यदि आपको वन्य जीव के साथ-साथ प्रकृति का दृश्य भी करना है, तो आप इस उद्यान में जरूर घूमे।

4. जगन्नाथ मंदिर – Jagannatha Temple

Image Source – Google | Image By – Odishatourism

उड़ीसा में स्थित जगन्नाथ मंदिर हिंदुओं में बहुत मान्यता रखने वाला मंदिर है। इस मंदिर को देश में ही नहीं बल्कि विदेश में भी काफी प्रसिद्धी ही मिली है। विदेश से आने वाले पर्यटक जगन्नाथ मंदिर में जरूर घूम कर जाते हैं।

दुनिया भर में जगन्नाथ यात्रा का आयोजन खूब जोरों शोरों से किया जाता है। इस मंदिर में ऐसी कहानी छुपी है जो आज तक रहस्य बनी हुई है। आप यदि इस मंदिर में आते हैं, तो इस मंदिर के बारे में बहुत सारी रहस्यमय बातों को भी जानेंगे।

कहा जाता है कि इस मंदिर के ऊपर कोई भी विमान नहीं उड़ाता है, यहाँ तक की पक्षी भी नहीं गुजर सकता। इस मंदिर की सुरक्षा गरुड़ पक्षी करता है, जो पक्षियों का राजा भी कहलाता है। मंदिर में प्रवेश करने के लिए चार द्वारा बने हुए है। यदि आप हिंदू धर्म में विश्वास रखते हैं तो इस मंदिर को देखना जरूर जाए।

5. नंदनकानन प्राणी उद्यान – Nandankanan Zoo

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नंदनकानन प्राणी उद्यान भारत के सबसे बड़े और प्रसिद्ध चिड़ियाघरों की लिस्ट में शामिल है। यह चिड़ियाघर उड़ीसा राज्य के भुवनेश्वर में स्थित है। इस चिड़ियाघर को देश के और चिड़ियाघरों के विपरीत बनाया गया है।

यहाँ पर जानवर को प्रकृति में रहने का एहसास होता है। वह यहाँ पर स्वतंत्र रूप से घूम सकते हैं। चिड़ियाघर में आपको दो चित्तीदार हिरण, दो भौंकने वाले हिरण, दो काले माउस हिरण, एक तेंदुआ बिल्ली, एक उड़ने वाली गिलहरी, एक रैकेट-टेल्ड ड्रोंगो, एक हार्नबिल, दो तोते, दो पहाड़ी मैना, मोर, नेवला, पेंगोलिन, जंगली सूअर, अजगर आदि जानवर,

तथा उनकी बहुत सारी प्रजातियाँ भी देखने को मिलेगी। जानवरों के साथ आप इस चिड़ियाघर में पक्षियों की भी बहुत सारी प्रजातियों को देख सकते हैं। ऐसी जगह बच्चों को बहुत पसंद आती है, वन्य जीव से बच्चों को रूबरू कराने का यह एकमात्र साधन है।

6. चिल्का झील – Chilika Lake

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उड़ीसा में स्थित चिल्का झील खारे पानी की सबसे बड़ी झील है, तथा यह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी तटीय लैगून है। चिल्का झील घूमने के लिए एक शानदार पर्यटन स्थल है, जो अपने खूबसूरत नजारों से भरी पड़ी है। यहाँ के खूबसूरत नजारो के साथ आप एक परफेक्ट पिकनिक डेस्टिनेशन बना सकते हैं।

चिल्का झील में आप राजहंस तथा किंगफिशर जैसे जीव जंतुओं को भी देख सकते हैं। यदि आप इस झील को देखने फरवरी से नवंबर तक के महीने में आते हैं, तो आपको यहाँ पर बहुत सारे पक्षी भी देखने को मिलेंगे। झील के आसपास भी आपको बहुत सारे तीर्थ स्थल देखने को मिल जाएंगे।

झील के पास बैठकर आप यहाँ के खूबसूरत नजारों को देख सकते हैं, तथा यदि आप फोटोग्राफी के शौकीन है तो यहाँ पर आपकी फोटोग्राफी भी काफी खूबसूरत होती है। आप यहाँ की यादों को अपने कैमरे में संजोकर लेकर जा सकते हैं।

7. स्टेट ट्राइबल म्यूज़ियम – State Tribal Museum

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स्टेट ट्राइबल म्यूज़ियम उड़ीसा के भुवनेश्वर में स्थित खूबसूरत संग्रहालय है। यह संग्रहालय उड़ीसा की संस्कृति तथा इतिहास को दर्शाता है। यदि आप इस संग्रहालय में घूमने जाते हैं तो आपको वहाँ पर गाइड की सुविधा भी मिल जाएगी।

जिसका सहारा लेकर आप वहाँ के नजरों के साथ-साथ वहाँ के इतिहास को भी जान सकते हैं। गाइड की मदद से आप वहाँ रहने वाले आदिवासियों के रहन-सहन को विस्तार से जान सकेंगे।

आप इस संग्रहालय में अपने बच्चों को भी लेकर आ सकते हैं, बच्चों को इतिहास से रूबरू कराने के लिए उड़ीसा में यह एक परफेक्ट जगह है। यदि आप उड़ीसा में घूमने आए तो एक बार स्टेट ट्राइबल म्यूजियम का दौरा जरूर करें।

8. हीराकुंड बांध – Hirakud Dam

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उड़ीसा में घूमने वाली जगह में हीराकुंड बांध भी प्रमुख पर्यटन स्थल है। हीराकुंड बांध भारत का सबसे बड़ा मानव निर्मित बांध है। इस बांध की लंबाई 25.8 किलोमीटर है। बांध के दोनों तरफ दो अवलोकन मीनार हैं, गाँधी मीनार व नेहरू मीनार।

यदि आप बांध के अंदर की सैर करना चाहते हैं, तो बांध पर 21 किलोमीटर की एक ‘ड्राइव-थ्रू’ लंबी सड़क है, जिसका सहारा लेकर आप बांध के अंदर के नजरों को देख सकते हैं।

बांध के आसपास आपको तीर्थ स्थल भी देखने को मिल जाएंगे। गर्मियों के मौसम में इस बांध का पानी थोड़ा नीचे आ जाता है, यदि आप घूमने का प्लान बना रहे हैं तो गर्मियों के मौसम में ही आए।

9. भुवनेश्वर शहर – Bhubaneswar City

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भुवनेश्वर ओडीशा राज्य की राजधानी तथा उड़ीसा का सबसे बड़ा नगर है। उड़ीसा में स्थित भुवनेश्वर को ‘मंदिरों का शहर’ भी कहा जाता है। यहाँ पर आपको बहुत सारे तीर्थ स्थल देखने को मिल जाएंगे।

उड़ीसा के भुवनेश्वर के फेमस मंदिर लिंगराज मंदिर, राजा रानी मंदिर, परशुरामेश्वर मंदिर, ब्रह्मेश्वर मंदिर, मुक्तेश्वर मंदिर, राम मंदिर, अनंत वासुदेव मंदिर आदि प्रमुख मंदिर है।

यदि आपको मंदिर देखने का शौक है, तो आप भुवनेश्वर में आ सकते हैं। यहाँ पर आपको मंदिर के साथ-साथ और भी मनोरंजन करने को मिल जाएंगे। आप यहाँ पर अपनी फैमिली के साथ भी घूमने के लिए आ सकते हैं।

10. भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान – Bhitarkanika National Park

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उड़ीसा में स्थित भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान 145 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह उड़ीसा में सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थल में से एक है। इसका प्रयोग प्राचीन काल में शासन करने वाले लोगों के लिए शिकार करने के लिए गया था।

आज उड़ीसा का यह एक बेहतरीन पर्यटन स्थल बन चुका है। वन्य जीव के साथ-साथ आपको यहाँ प्राकृतिक हरियाली भी देखने को मिलेगी। चारों तरफ पेड़ पौधे यहा की सुंदरता को बढ़ाते हैं, तथा इस उद्यान में आप पक्षियों की भी विभिन्न प्रजातियों को देख सकते हैं।

समुद्री जीव भी इस उद्यान की शोभा को बढ़ाते हैं। आप यदि उड़ीसा घूमने आए तो इस जगह पर जरूर आए। बच्चों को यह जगह बहुत पसंद आती है। यहाँ पर वन्य जीव, समुद्री जीव तथा प्राकृतिक वातावरण का एक अद्भुत मिश्रण दिखाई देता है।

बताते चलें की, केरल दक्षिण भारत का एक बहुत ही खूबसूरत राज्य है। केरल राज्य अपने बीच और बांधों के लिए मशहूर है। केरल में आपको बहुत सारी चीजे देखने को मिलेंगी। जैसे – चाय और कॉफी के बागान, खड़े मसाले के बागान, साथ ही दार्शनिक स्थल भी काफी खूबसूरत है, तो चलिए बात करते हैं – केरल मे घूमने की जगह के बारे मे

उड़ीसा कैसे जाएं

‘भारत की आत्मा’ से मशहूर पूर्वी भाग में स्थित उड़ीसा एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है। उड़ीसा का आनंद लेने के लिए हर साल लाखों पर्यटक यहाँ की खूबसूरती को देखने के लिए आते हैं।

यदि आपने उड़ीसा जाने का प्लान बनाया है, और आपको पता नहीं है कि उड़ीसा कैसे जाए, तो हम आपको बताते हैं, कि आप उड़ीसा कैसे जा सकते हैं-

हवाई मार्ग द्वारा – उड़ीसा के भुवनेश्वर में स्थित एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। यह घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को पूरा करता है। यह हवाई अड्डा देश के सभी हवाई अड्डों से बहुत अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।

इस हवाई अड्डे पर आपको इंडिगो, विस्तारा, स्पाइसजेट, एयरइंडिया, एयरएशिया जैसी एयरलाइंस देखने को मिलेंगी। आप अपने नजदीकी हवाई अड्डे से भुवनेश्वर के लिए डायरेक्ट फ्लाइट के जरिए उड़ीसा आ सकते हैं।

रेल मार्ग द्वारा – यदि आप उड़ीसा रेल से जाना चाहते हैं, तो उड़ीसा में आपको बहुत सारे रेलवे स्टेशन मिल जाएंगे। जिनमें से प्रमुख उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर में स्थित, भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन है। इस रेलवे स्टेशन की कुछ प्रमुख ट्रेन- कोणार्क एक्सप्रेस, राजधानी और कोरोमंडल एक्सप्रेस है।

यह रेलवे स्टेशन सभी रेलवे स्टेशन से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। आप अपने करीबी राज्य से भुवनेश्वर के लिए डायरेक्ट या इनडायरेक्ट ट्रेन के जरिए भुवनेश्वर आ सकते हैं। भुवनेश्वर आने के बाद आपको बस या टैक्सी की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है।

सड़क मार्ग द्वारा – उड़ीसा भारत के पूर्वी राज्य में स्थित है। इसलिए आपको उड़ीसा के लिए सीधी तथा डायरेक्ट बस नहीं मिलती है। उड़ीसा में बहुत से बस स्टॉप है, जो आसपास के शहरों से बस की सेवा उपलब्ध कराते हैं। आप उड़ीसा से बस का ज्यादा लंबा सफर नहीं कर सकते,

क्योंकि दूर दराज शहरों से उड़ीसा के लिए बस की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। उड़ीसा तक के लिए आप ट्रेन से आ सकते हैं, तथा उसके बाद उड़ीसा में सरकारी तथा प्राइवेट बस का सहारा लेकर आप उड़ीसा में बस का मजा भी ले सकते हैं।

कार या बाइक द्वारा – यदि आप उड़ीसा अपनी कार या बाइक के द्वारा जाना चाहते हैं। तो यह सबसे आरामदायक सफर होगा। उड़ीसा पूर्वी राज्य में स्थित है। आप गूगल मैप की सहायता से बहुत ही आराम से उड़ीसा जा सकते हैं।

आपको रास्ते में पेट्रोल पंप भी मिल जाएंगे। यदि आपको रास्ते में खाने पीने की चीजे लेनी है भी आपको रास्ते में खाने पीने की चीज भी मिल जाएंगी। इससे आप अपने सफ़र को बहुत ही आसानी से तय कर सकते हैं।

Google Map

उड़ीसा में कहाँ ठहरे

उड़ीसा में आपको बहुत सारे तीर्थ स्थल देखने को मिल जाएंगे। उड़ीसा में स्थित सूर्य मंदिर तथा जगन्नाथ मंदिर पूरे देश में ही नहीं बल्कि विदेश में भी प्रसिद्ध है। उड़ीसा की इन्हीं प्रसिद्धी के कारण यहाँ पर बहुत से पर्यटक घूमने के लिए आते हैं, तथा यहाँ पर रात भी गुजरते हैं।

उड़ीसा इतना बड़ा है कि आप इसको एक दिन में कवर नहीं कर सकते।यदि आपने उड़ीसा में रुकने का सोचा है, और आपको पता नहीं है कि उड़ीसा में अच्छे और सस्ते होटल कहाँ मिलेंगे, तो हम आपके लिए कुछ अच्छे होटल की लिस्ट लेकर आए हैं, जैसे-

हेलो स्टे होटल भुवनेश्वर, श्री भूमि पुरी, गोरूमगो गोकुल आनंद भवन पुरी, होटल सोनाली पुरी, गोरूमगो तापती विला सी व्यू पुरी, ओयो फ्लैगशिप डीएन प्रीमियम विला, श्री हरि गेस्ट हाउस, गौरीनंदन लॉज, ओयो होम ड्रीम मैरियन, होटल सोनाली पैलेस, हिलवाई,

लाइट हाउस इन पुरी, फ्लैगशिप श्री राम रेसिडेंसी, मधुर होमस्टे, ओयो फ्लैगशिप ख़ुशी गेस्ट हाउस, द गोल्डन मैगनोलिया होमस्टे, श्रद्धाराम लॉज, रेंस रेनेंस होटल, शांति पैलेस, सैलाबा गेस्ट हाउस, महेंद्र निवास, श्री साईं गेस्ट हाउस, हरकिशन लॉज, एमएसएम रेजीडेंसी, गोरूमंगो गोकुल आनंद भवन पुरी आदि।

इन होटल की मदद से आप उड़ीसा में बहुत ही आसानी से रुक सकते हैं। आप अपने बजट के हिसाब से होटल चूस कर के अपने सफ़र को बहुत मजेदार बना सकते हैं। इन होटल में आपको सारी फैसेलिटीज के साथ एक अच्छा व्यू भी मिलता है, तथा यह सभी होटल आपको आपकी लोकेशन के करीब ही मिल जाएंगे।

उड़ीसा का फेमस खाना

Image Source – Google | Image By – Bebodywise

यदि उड़ीसा के व्यंजन की बात करें तो यहाँ पर खाने-पीने की डिशेस ही अलग नहीं बल्कि खाना पकाने का तरीका भी अलग हो जाता है। उड़ीसा में आपको बेहद अलग व्यंजन देखने को मिलेंगे। उड़ीसा के व्यंजनों में ज्यादातर सब्जी का इस्तेमाल किया जाता है।

उड़ीसा के खाने के व्यंजनों के साथ में नारियल तथा खूब सारी सब्जियों का अनोखा मिश्रण दिखाई देता है। उड़ीसा में आपको पोस्टिक खाने के साथ-साथ मिठाइयों में भी बहुत सारी वैरायटी देखने को मिलेगी। उड़ीसा के कुछ प्रसिद्ध व्यंजन है जैसे-

दालमा, छेना पोड़ा, चुंगडी मलाई, संतुला, एंडुरी पीठा, बड़ी चूरी, पखाला, बेसरा, चौला वड़ा, खाजा, खिचेडे, माचा घंटा, गुपचुप, दही वड़ा, रसबालि, कनिका, पिलाफ, सैंटुला, चाटु राय, आलू पोटाला रस, कदली मंजा राई,खट्टा और चटनी, चाकुली पीठा, कोरा खाई, मुढ़ी मनसा, छेना झिली, गज्जा, पलुआ लाड आदि। आप उड़ीसा घूमने जाए तो इन व्यंजन को एक बार जरूर ट्राई करें। आपको उड़ीसा में हर प्रकार के व्यंजन देखने को मिल जाएंगे।

🌸🌸🌸

दोस्तों आपको कैसी लगी उड़ीसा से जुड़े सारे जानकारी? इस आर्टिकल के जरिए हमने आपको उड़ीसा के बारे में डिटेल से बताया है। आप इसकी मदद से उड़ीसा में बहुत ही आसानी से घूम सकते हैं। यदि आपका कोई सवाल है या आपको कुछ समझ नहीं आया तो आप कमेंट सेक्शन के जरिए हमसे बात कर सकते हैं।


कुछ जरूरी सवाल !!


👉उड़ीसा में सबसे फेमस क्या है?

उड़ीसा मे बहुत सारी जगह ऐसी हैं, जहाँ पर पर्यटक घूमना पसंद करते हैं। लेकिन उड़ीसा मे सबसे फेमस हीराकुंड बांध को माना जाता है।

👉हमें ओडिशा कब जाना चाहिए?

उड़ीसा घूमने के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से फरवरी के बीच होता है। इन महीनों मे सर्दियों शुरू हो जाती हैं, जिससे उड़ीसा का मौसम सुहाना हो जाता है।

👉उड़ीसा मे घूमने का खर्च कितना है?

वैसे तो उड़ीसा ज्यादा महंगा नहीं है, लेकिन फिर भी 2 लोगो का 2-3 उड़ीसा घूमने का खर्च लगभग 10,000 से 15,000 रुपये के बीच आ सकता है।


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