ऊटी भारत के तमिलनाडु राज्य के निलगिरी जिले में स्थित एक शहर है। यह खूबसूरत हिल स्टेशन एक छुपा हुआ स्वर्ग है। ऊटी में आपको मनमोहक घास के मैदानों, सुखदायक वातावरण, ठंडे मौसम के साथ-साथ खूबसूरत नजारे देखने को मिलेंगे।
ऊटी के आश्चर्यजनक नजारे तथा खूबसूरत मौसम की वजह से इसको हिल ‘स्टेशनों की रानी’ भी कहा जाता है, तो चलिए विस्तार से बात करते हैं – Ooty Me Ghumne Ki Jagah के बारे मे !!
दोस्तों यदि आपने ऊटी जाने का प्लान बनाया है, तो हमारे इस आर्टिकल की मदद से बहुत ही आसानी के साथ घूम सकते हैं। इस आर्टिकल के जरिए आपको ऊटी से जुड़ी सारी जानकारी पता चल जाएगी।
ऊटी आपको कैसे जाना है? ऊटी में कहाँ जाना है? ऊटी में घूमने की जगह कौन-कौन सी है? तथा ऊटी में आपको सस्ते तथा अच्छे होटल कहाँ मिलेंगे?
ऊटी घूमने का खर्च | लगभग 15,000 से 20,000 रुपये |
ऊटी घूमने के लिए सबसे अच्छा समय | नवंबर से मार्च के बीच |
यात्रा के दौरान ले जाने वाली जरूरी चीज़े–
यात्रा के दौरान साथ ले जाने वाली जरूरी चीज़े | 1 – फ़ोन, चार्जर या पावर बैंक। 2 – मोबाइल मे Google Map डाउनलोड करें। 3 – टिफिन बॉक्स और पानी की बोतल। 4 – धूप के चश्मे, टॉर्च लाइट और घड़ी। |
चिकित्सा किट | 1 – सर्दी के लिए कुछ दवाएँ। 2 – दर्द की दवाएँ। 3 – पेट दर्द की दवाएँ। 4 – पट्टियाँ। 5 – एंटीसेप्टिक क्रीम। 6 – गैस्ट्रिक गोलियाँ। |
खाने पीने की चीज़े | 1 – टी बैग। 2 – ड्राई फ्रूट्स। 3 – चॉकलेट। 4 – बिस्कुट, नमकीन। 5 – सैंडविच। |
फोटोग्राफी के लिए जरूरी चीज़े | 1 – कैमरा, कैमर चार्जर, तार और बैटरियां। 2 – पावर बैंक (कैमरा चार्ज करने के लिए) 3 – सेल्फी स्टिक। 4 – कैमरा लेंस का एक सेट। 5 – फ़िल्टर सेट। |
पहचान पत्र तथा जरूरी कागजात | 1 – टिकट, मतदाता पहचान पत्र, आदि (पासपोर्ट यदि जरूरी हो तो)। 2 – यात्रा कार्यक्रम की एक फोटोकॉपी। 3 – आपकी यात्रा (उड़ान),होटल और सेवा बुकिंग की पर्ची। |
Ooty Me Ghumne Ki Jagah–
1. सेंट स्टीफन चर्च – St. Stephen’s Church
सेंट स्टीफन चर्च ऊटी का एक खूबसूरत चर्च उठी मैसूर रोड पर स्थित है। लोकप्रिय होने के साथ-साथ यह चर्च भारत की सबसे पुराने चर्च में से एक गिना जाता है। जहाँ की वास्तुशिल्प कला देखने लायक है। चर्च के भीतर मौजूद कलात्मक पेंटिंग्स और सुंदर ग्लास की खिड़कियाँ देखने में बहुत ज्यादा खूबसूरत लगते हैं।
2. मुदुमलाई नेशनल पार्क – Mudumalai Tiger Reserve
यह एक टाइगर रिजर्व है, जो ऊटी से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ पर वनस्पति और लुप्त होने वाली होने वाले जानवरों की कुछ दुर्लभ प्रजाति देखी जा सकती है। साथ ही साथ पर्यटक यहाँ पर पक्षियों की प्रजाति को देख सकते हैं। यहाँ पर बना ठेप्पकदु एलिफेंट कैंप बच्चों के लिए काफी मजेदार जगह है।
3. मुरुगन मंदिर – Murugan Temple
मुरुगन टेंपल यह ऊटी का काफी पवित्र धार्मिक स्थल है। जो अलका पहाड़ी के ऊपर बना हुआ है। यह मंदिर भगवान मुर्गन को समर्पित है। जहाँ पर उनकी 40 फीट ऊंची प्रतिमा को देखा जा सकता है। मान्यताओं के अनुसार यह मंदिर हजारों साल पुराना है। जहाँ के शांत और प्रदूषण रहित माहौल में लोग साधना के लिए आते हैं।
4. थ्रेड गार्डन – Thread Garden
यह ऊटी की एक अद्भुत और खूबसूरत जगह है। जो ऊटी आने वाले पर्यटकों में काफी लोकप्रिया रहती है। यहाँ पर केवल धागों से बने पौधों को देखा जा सकता है, और हैरानी की बात तो यह है बिना सुई या किसी भी चीज का इस्तेमाल किया केवल हाथों से इन कलाकृतियों को बनाया गया है।
यहाँ पर 150 से भी अधिक फूलों को देखा जा सकता है। जिन्हें बनाने में 6 करोड़ मीटर से भी ज्यादा धागों का इस्तेमाल किया गया था। इन सभी खूबसूरत कलाकृतियों को बनाने का श्रेय एंटनी जोसेफ को जाता है।
5. पीकर वाटरफॉल्स – Pykara Waterfalls
यह खूबसूरत झरना ऊटी से तकरीबन 19 किलोमीटर की दूरी पर पायकारा गांव के पास में स्थित है। और इसी के चलते यह फॉल पायकारा के नाम से जाना जाता है। पर्यटक यहाँ पर मोटर बोर्ड स्पीड बोर्ड में बैठ सकते हैं। साथ ही साथ वोटिंग भी कर सकते हैं।
बारिश के टाइम पर यह वॉटरफॉल अपने फुल फॉर्म में बहता है, और तब यहाँ का नजारा देखने को ही बनता है। यह ऊटी का काफी लोकप्रिया पर्यटन स्थल है। जो पर्यटकों के लिए सुबह 8:30 से शाम के 5:00 बजे तक खुला रहता है।
6. ऊटी झील – Ooty Lake
तकरीबन 65 एकड़ के क्षेत्र में फैली खूबसूरत झील ऊटी आने वाले पर्यटकों में काफी लोकप्रिया झील है। यह एक मानव निर्मित झील है। और लोगों के अनुसार इस झील का निर्माण स्थानीय मछुआरों ने मछली पकड़ने के हेतु किया था।
पर्यटक यहाँ पर शांत पानी को देखते हुए वोटिंग भी कर सकते हैं। हर साल मई के महीने में राज्य सरकार द्वारा इसी झील पर नवकार इसका आयोजन किया जाता है, जिसे देखने काफी पर्यटक आते हैं।
7. नीलगिरी माउंटेन रेलवे – Nilgiri Mountain Railway
तकरीबन 100 साल से भी ज्यादा पुरानी यह एक ऐतिहासिक ट्रेन है। जो कन्नूर से उद्गम मंडलम के बीच का 40 किलोमीटर का सफर 5 घंटे में तय करती है। इसकी ऐतिहासिक विरासत को देखकर यूनेस्को ने सन 2005 में इस वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल किया था।
यह ट्रेन नीलगिरी के पहाड़ों पर वादियों के बीच में से गुजरते पर्यटकों को न बोलने वाला एक विश्व कार्य अनुभव देती है।
8. गवर्नमेंट रोज़ गार्डन – Government Rose Garden
यह ऊटी के ही नहीं बल्कि पूरे भारत के सबसे खूबसूरत और लोकप्रिय रोज गार्डन में से एक गिना जाता है। जो ऊटी के विजयनगर क्षेत्र में स्थित है। या खूबसूरत गार्डन पहले जय ललिता रोज गार्डन के नाम से जाना जाता था। पर्यटक यहाँ पर 20000 से भी ज्यादा गुलाबो का समूह देख सकते हैं।
9. डोडाबेट्टा पार्क – Doddabetta Peak
डोडाबेट्टा का अर्थ होता है, सबसे बड़ा पहाड़। यह नीलगिरी पहाड़ियों का सबसे ऊंचा शिखर है। जो तकरीबन 8700 फीट ऊंचा है। डोडाबेट्टा ऊटी से तकरीबन 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है,
जहाँ पर खड़े रहते काफी खूबसूरत नज़ारे देखे जा सकते हैं। पर्यटकों की सुविधा हेतु यहाँ पर दूरबीन भी रखे गए हैं, जिससे पर्यटक और अच्छे नजारे देख सकते हैं।
10. बोटैनिकल गार्डन – Botanical Garden
ऊटी का यह बोटैनिकल गार्डन पूरे भारत के सबसे खूबसूरत और सबसे ज्यादा देखे जाने वाले बोटैनिकल गार्डन में से एक माना जाता है। तकरीबन 22 सेक्टर के क्षेत्र में इस बोटैनिकल गार्डन में 650 से भी अधिक प्रजाति के पेड़ पौधों को देखा जा सकता है।
लेकिन यहाँ का सबसे मुख्य आकर्षण है। फॉसिल का पेड़ जो तकरीबन 30 मिलियन साल पुराना माना जाता है। हर साल उसी में होने वाले समर फेस्टिवल का फ्लावर शो यहाँ पर ही आयोजित किया जाता है।
“आप तो जानते ही होंगे, की कश्मीर की तरह ही नैनीताल भी एक खूबसूरत हिल स्टेशन है । नैनीताल मे आप वर्फ़ के पहाड़ों के सतह साथ हिमालय को भी देख सकते हैं । यदि आप काम खर्च मे किसी हिल स्टेशन पर घूमना चाहते हैं, नैनीताल एक अच्छी जगह हो सकती है, तो आइए विस्तार से जानते हैं – नैनीताल के बारे मे”
ऊटी कैसे पहुँचे-
हवाई मार्ग द्वारा – ऊटी का सबसे निकटतम एयरपोर्ट कोयम्बटूर एयरपोर्ट है। जिसकी दूरी ऊटी से 85 किलोमीटर है। यह एयरपोर्ट सभी बड़े शहरों जैसे- दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, अहमदाबाद आदि देशों से बहुत अच्छी तरह है जुड़ा हुआ है।
रेल मार्ग द्वारा – ऊटी में स्थित मेट्टूपलयम रेलवे स्टेशन ऊटी का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है। ऊटी शहर से इस रेलवे स्टेशन की दूरी 40 किलोमीटर है। चेन्नई बेंगलुरु मैसूर आदि बड़े शहरों से ऊटी के रेलवे स्टेशन तक के लिए सीमित ट्रेन उपलब्ध है।
सड़क मार्ग द्वारा – यदि आप ऊटी बस से जाना चाहते हैं, तो बेंगलुरु, चेन्नई, मैसूर जैसे पड़ोसी राज्य से ऊटी तक के लिए डायरेक्ट प्राइवेट तथा सरकारी बसें मिल जाएंगी। इन बसों के जरिए आप कुछ घंटे का सफर तय करके ऊटी आसानी से पहुँच सकते हैं।
Google Map-
ऊटी में कहाँ ठहरे-
यदि आप ऊटी घूमने आए हैं, तो आपका रात रुकने का प्लान भी होगा आप सोचोगे ऊटी में हम रात को कहाँ रुके, तो हम आपके लिए ऊटी में कुछ ऐसे होटल लेकर आए हैं, जो आपको सस्ते दामों पर सारी फैसेलिटीज के साथ मिलते हैं।
इन होटल में आपको रुकने में कोई परेशानी भी नहीं होगी। इन होटल में आपको सारी फैसेलिटीज भी मिलती है, तथा यह आपके बजट के हिसाब से होते हैं।
ये होटल हैं – रेनबो कॉटेज, एस.के. कॉटेज, अरशद कॉटेज, होटल जयसंथी यूटी, एएसपी कॉटेज, जे आर मिस्ट वैली होमस्टे | कमरे और केयरटेकर, होटल दर्शन, यूटी कॉटेज विथ किचन, होटल कारनेशन यूटी, होटल ग्रीन रेज़िडेंस यूटी, आकाश रूम और कॉटजेस, होटल स्टार्स, जेमिनी होम स्टेट, होटल मीरा सुदर्शन आदि।
ऊटी का फेमस खाना-
हिल स्टेशनों की रानी ऊटी में आपको प्रसिद्ध बेहतरीन वातावरण और वादियों के साथ-साथ स्ट्रीट फूड के स्वाद भी दिलचस्प देखने को मिलेंगे। ऊटी में आपको जगह-जगह पर फेमस स्ट्रीट फूड देखने को मिलेंगे। जिनका स्वाद काफी स्वादिष्ट होता है।
ऊटी में आपको मीठे से लेकर नमकीन तक तथा सूप से लेकर कुरकुरे तक सभी बेहतरीन चीजें देखने को मिलेंगी। ऊटी के कुछ प्रसिद्ध व्यंजन जैसे- अवियल, नीर डोसा, चिकन चेट्टीनाड, मुरुक्क, कोझी वरूथराचथु आदि। आप ऊटी घूमने जाए तो एक बार इन व्यंजनों को एक बार जरूर ट्राई करें।
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तो यह थी! ऊटी से जुड़ी सारी बातें हमने इस आर्टिकल में आपको बताया है, कि ऊटी कैसे जाना है कहाँ जाना है, तथा कहाँ रहना है, तथा ऊटी के प्रसिद्ध व्यंजन कौन-कौन से हैं।आपको हमारी यह जानकारी अच्छी लगी तो आप अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।
जरूरी जानकारी !!
👉ऊटी में बर्फबारी कब होती है?
ऊटी मे सर्दियों का मौसम आमतौर पर नवंबर से शुरू होता है, इन दिनों ऊटी का तापमान 5 से 20 डिग्री के बीच रहता है, लेकिन उत्तर भारत के हिल स्टेशन की तरह यहां पर बर्फबारी नहीं होती है।
👉ऊटी में कौन सा महीना घूमने के लिए सबसे अच्छा है?
आमतौर पर ऊटी का मौसम थोड़ा गरम रहता है, क्युकी ऊटी दक्षिण भारत मे है, लेकिन यहाँ का सबसे अच्छा मौसम मार्च से जून के महीनों मे होता है।
👉ऊटी में सबसे ठंडा महीना कौन सा है?
ऊटी मे सबसे ज्यादा ठंड दिसंबर से फरवरी के महीनों मे पद्धति है।
👉ऊटी जाने का कितना खर्चा है?
ऊटी दक्षिण भारत का सबसे फेमस हिल स्टेशन है, इसलिए फेमस होने के साथ-साथ यह थोड़ा महंगा है। ऊटी घूमने के लिए 2 से 3 दिनों का खर्च लगभग 15,000 से 20,000 रुपये तक आ सकता है।