पटियाला भारत के पंजाब राज्य में स्थित एक जिला है। पंजाब का यह शहर अपनी सुंदरता तथा आध्यात्मिक वास्तुकला के रूप में जाना जाता है। पटियाला विशेष रूप से यहाँ की सांस्कृतिक विरासत, रिती-रिवाज,
परंपरा, धार्मिक महत्व तथा ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। पटियाला के लोगों की संस्कृति उनके कपड़ों में देखती हैं, जैसे पटियाला सूट देशभर में फेमस है, तो चलिए बात करते हैं – Patiala Me Ghumne Ki Jagah के बारे मे!!
यदि आपको पटियाला जाने की इच्छा है, और आपको पटियाला से जुड़ी इनफार्मेशन चाहिए, तो हमारे इस आर्टिकल के जरिए आप पटियाला से जुड़ी सारी जानकारी हासिल कर सकते हैं।
पटियाला घूमने का खर्च | लगभग 20,000 से 25,000 रुपये |
पटियाला घूमने के लिए सबसे अच्छा समय | फरवरी से अप्रेल, तथा सितंबर से अक्टूबर के बीच |
यात्रा के दौरान ले जाने वाली जरूरी चीज़े–
यात्रा के दौरान साथ ले जाने वाली जरूरी चीज़े | 1 – फ़ोन, चार्जर या पावर बैंक। 2 – मोबाइल मे Google Map डाउनलोड करें। 3 – टिफिन बॉक्स और पानी की बोतल। 4 – धूप के चश्मे, टॉर्च लाइट और घड़ी। |
चिकित्सा किट | 1 – सर्दी के लिए कुछ दवाएँ। 2 – दर्द की दवाएँ। 3 – पेट दर्द की दवाएँ। 4 – पट्टियाँ। 5 – एंटीसेप्टिक क्रीम। 6 – गैस्ट्रिक गोलियाँ। |
खाने पीने की चीज़े | 1 – टी बैग। 2 – ड्राई फ्रूट्स। 3 – चॉकलेट। 4 – बिस्कुट, नमकीन। 5 – सैंडविच। |
फोटोग्राफी के लिए जरूरी चीज़े | 1 – कैमरा, कैमर चार्जर, तार और बैटरियां। 2 – पावर बैंक (कैमरा चार्ज करने के लिए) 3 – सेल्फी स्टिक। 4 – कैमरा लेंस का एक सेट। 5 – फ़िल्टर सेट। |
पहचान पत्र तथा जरूरी कागजात | 1 – टिकट, मतदाता पहचान पत्र, आदि (पासपोर्ट यदि जरूरी हो तो)। 2 – यात्रा कार्यक्रम की एक फोटोकॉपी। 3 – आपकी यात्रा (उड़ान),होटल और सेवा बुकिंग की पर्ची। |
Patiala Me Ghumne Ki Jagah-
❣ शीश महल – Sheesh Mahal ❣ बारादरी गार्डन – Baradari Garden ❣ बहादुरगढ़ किला – Bahadurgarh Fort ❣ किला मुबारक – Qila Mubarak ❣ मोती बाग पैलेस – Moti Bagh Palace ❣ मोतीबाग वन्य जीव अभयारण्य – Moti Bagh Wildlife Sanctuary ❣ गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब – Gurudwara Shri Dukhniwaran Sahib ❣ काली माता मंदिर – Kali Mata Temple ❣ जलाऊ खाना और सर्द खाना – Jalau Khana & Sard Khana ❣ लक्ष्मण झूला – Laxman Jhula |
1. शीश महल – Sheesh Mahal
पटियाला के सबसे प्रसिद्ध महलों में से एक महल शीश महल है। जिसका निर्माण 19 वी शताब्दी में मोतीबाग महल के मुख्य भाग के रूप में किया गया था। इसमें इनकी सुंदरता बनावट के अलावा शीश महल के मुख्य आकर्षण का केंद्र है।
इसके सामने स्थित लक्ष्मण झूला नामक झील और ब्रिज जो इसकी सुंदरता में चार चांद लगाने का काम करते हैं। यदि आप पटियाला आते हैं, तो शीश महल एक शानदार दर्शनीय स्थल है, जहाँ आपको जरुर जाना चाहिए।
2. बारादरी गार्डन – Baradari Garden
इस गार्डन को महाराजा राजेंद्र सिंह के शासनकाल के दौरान निर्मित किया गया था। आज भी इस गार्डन में उनकी प्रतिमा देखने को मिल जाती है।
बारादरी गार्डन नामक इस उद्यान में कई सारे आकर्षक पेड़-पौधे, पुष्प देखने को मिलते हैं। साथ ही औपनिवेशिक इमारतों की खूबसूरती गार्डन की शोभा में चार चांद लगाने का काम करती है।
3. बहादुरगढ़ किला – Bahadurgarh Fort
1698 में नवाब सैफ द्वारा निर्मित किया गया यह किला भी पटियाला के शानदार दर्शनीय स्थलों में से एक है। इस किले को 1847 में दोबारा से महाराजा करम सिंह के शासनकाल में पुनर्निर्माण किया गया था।
सिखों के नौवें गुरु तेग़ बहादुर के नाम पर इस किले का नाम रखा गया है। आकार में यह किला गोलाकार है, जिसमें एक गुरुद्वारा भी बना हुआ है।
4. किला मुबारक – Qila Mubarak
किला मुबारक कॉम्प्लेक्स सिख के महल स्थापत्य शैली में निर्मित किया गया है। जो भारत में मुगल और राजपूतों की शानदार वास्तुकला की व्युत्पत्ति को प्रस्तुत करता है। किला परिसर के मुख्य आकर्षण दरबार हॉल, रानी हॉल, महाराजा हॉल, परिसर, गेस्ट हाउस इत्यादि है।
5. मोती बाग पैलेस – Moti Bagh Palace
इस पैलेस इसका निर्माण महाराजा भूपिंदर सिंह द्वारा 1840 में किया गया था। यह पटियाला के सबसे प्राचीन और आकर्षक महलों में से एक है। मोती बाग पैलेस में आपको कुल 15 हॉल देखने को मिलेंगे, साथ ही महल की वास्तुकला में राजपूत और कांगड़ा शैली की झलक देखने को मिलती है।
6. मोतीबाग वन्य जीव अभयारण्य – Moti Bagh Wildlife Sanctuary
शहर से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर 654 हेक्टेयर भूमि पर फेला मोतीबाग वन्य जीव अभयारण्य पटियाला के बेस्ट टूरिस्ट प्लेस में से एक माना जाता है। यहाँ पर आपको विभिन्न प्रजातियों के जीव-जंतु जैसे- मोर,मैना इत्यादि देखने को मिलते हैं। जिन्हें देखने के लिए भी लोग पटियाला के स्थान पर आते हैं।
7. गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब – Gurudwara Shri Dukhniwaran Sahib
गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब पंजाब के सबसे प्रसिद्ध गुरुद्वारों में से एक है। मान्यता है कि यदि कोई याचक पूरे श्रद्धाभाव से गुरुद्वारे के निकट तालाब में डुबकी लगाता है, तो उसके सारे दुख खत्म हो जाते हैं।
बड़ी संख्या में पर्यटक इस स्थान पर आकर प्रार्थना करने एवं अन्य धार्मिक गतिविधियों, जैसे- गुरुद्वारे को साफ रखना, लोगों को खाना खिलाना, जैसे पुण्य कार्यों के लिए भी आते हैं। यहाँ गुरु नानक जयंती, लोहड़ी जैसे उत्सव में मनाए जाते हैं।
8. काली माता मंदिर – Kali Mata Temple
इस मंदिर का निर्माण वर्ष 1936 में भूपेन्द्र सिंह द्वारा करवाया गया था। माँ काली से प्रेरित होकर उन्होंने इस भव्य मंदिर का निर्माण कराया था। यह मंदिर बारादरी गार्डन के सामने स्थित है।
संगमरमर से बने इस मंदिर की बनावट बहुत खूबसूरत लगती है। पटियाला घूमने वाले बड़ी संख्या में पर्यटक इस स्थान पर जरूर आते हैं।
9. जलाऊ खाना और सर्द खाना – Jalau Khana & Sard Khana
जलाऊ खाना और सर्द खाना किला मुबारक कॉम्पलेक्स के अंदर स्थित दो आकर्षक महल हैं। जलाओ खाना एक दो मंजिला खूबसूरत इमारत है, जो कि पटियाला के शाही परिवार की सुंदर-सुंदर कलाकृतियों
को प्रदर्शित करता है। शरद खाने को पहले पटियाला के शासकों ने ब्रिटिश अधिकारियों ने अपना ग्रीष्मकालीन निवास स्थान बनाया था।
10. लक्ष्मण झूला – Laxman Jhula
लक्ष्मण झूला पटियाला के एक छोटी से कृत्रिम झील पर बनाया गया है। जो कि ऋषिकेश के प्रसिद्ध लक्ष्मण झूला के समाने इसे भी बनाने की कोशिश की गई थी। यह यहाँ के आकर्षक दर्शनीय स्थलों में से एक है। पटियाला का लक्ष्मण झूला सीस महल और बनारस को जोड़ने का काम करता है।
“बताते चलें की, पटियाला से मात्र 70 किमी दूर पंजाब और हरियाणा की राजधानी कहे जाने वाला शहर चंडीगढ़ स्थित है। चंडीगढ़ पंजाब का सबसे साफ-सुथरा और हाई टेक सिटी है। चंडीगढ़ मे आप को हरियाली बहुत देखने को मिलती है, चलिए विस्तार से जानते हैं – चंडीगढ़ के बारे मे“
पटियाला कैसे जाएं-
हवाई मार्ग द्वारा – पटियाला में स्थित कोई भी हवाई अड्डा नहीं है। इसलिए आपको चंडीगढ़ हवाई अड्डे के जरिए पटियाला पहुंचाना पड़ेगा। चंडीगढ़ से पटियाला की दूरी 63 किमी है। आप पटियाला दिल्ली इंटरनेशनल हवाई अड्डे के जरिए भी आ सकते हैं।
रेल मार्ग द्वारा – पटियाला का मुख्य रेलवे स्टेशन पटियाला रेलवे स्टेशन है। यह शहर से 3 किलोमीटर की दूर स्थित है। पटियाला रेलवे स्टेशन उत्तर भारत के अन्य केंद्रों जैसे- अंबाला, बठिंडा , अमृतसर , दिल्ली , बाड़मेर, कालका और हरिद्वार बड़े शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
बस मार्ग द्वारा – पटियाला बस राज्य से भी अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। पटियाला में आपको आरामदायक तथा मजबूत सड़के देखने को मिलेंगी। पटियाला को लुधियाना, अमृतसर, दिल्ली, अंबाला, जालंधर और चंडीगढ़ जैसे पड़ोसी शहरों बसों के मध्य से अच्छी तरह जोड़ती है।
पटियाला में कहाँ ठहरे-
यदि आप पटियाला घूमने आए हैं, तो आपका रात रुकने का प्लान भी होगा आप सोचोगे पटियाला में हम रात को कहाँ रुके, तो हम आपके लिए पटियाला में कुछ ऐसे होटल लेकर आए हैं, जो आपको सस्ते दामों पर सारी फैसेलिटीज के साथ मिलते हैं।
इन होटल में आपको रुकने में कोई परेशानी भी नहीं होगी। इन होटल में आपको सारी फैसेलिटीज भी मिलती है, तथा यह आपके बजट के हिसाब से होते हैं। ये होटल हैं-
होटल गुरुमेहर रेसिडेंसी, होटल प्रिंस पैलेस, गॉडविन होटल, होटल गुरु नानक इन, ओयो होटल सी, होटल हंगरी रेसिडेंसी, होटल जय सूर्या, ओयो 30593 हेरिटेज कॉर्नर, ओयो 16082 होटल इम्पीरियल कॉर्नर, ओयो पटियाला गेस्ट हाउस, होटल अमर एंड रेस्तरां, होटल बल्सनोस, होटल उत्तम रेजीडेंसी आदि।
पटियाला का फेमस खाना-
पटियाला के खाने के बात करें, तो लोग देश में ही नहीं विदेश में भी पटियाला के खाने के लिए दीवाने हैं । कुछ लोग पटियाला सिर्फ पटियाला के व्यंजन खाने के लिए ही आते हैं, और पटियाला के खाने की तारीफ दुनिया भर में की जाती है ।
कुछ पटियाला के फेमस भोजन हैं- जैसे- दाल मखनी, शाही पनीर, राजमा चावल, आलू पूरी, मक्के की रोटी, सरसों का साग, आलू पराठा आदि। इसी के साथ-साथ पंजाब के लोग ब्रेकफास्ट में कुल्चा, पराठा, लस्सी, छोले, हलवा पूरी, भटूरा, मखनी, दूध, फैनी, दही, खोया खाना खाना पसंद करते हैं ।
पटियाला लोगों की खासियत है, कि इनको दूध से बनी चीजे ज्यादा पसंद है । यह ऐसी ही चीजें पीना पसंद करते हैं, जैसे- लस्सी, मिल्कशेक, छाछ, फल-सब्जियों के जूस, निम्बू पानी और जल जीरा। यह पटियाला में आने वाले को भी बहुत पसंद आते हैं।
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पटियाला के पास कौन सा हिल स्टेशन है?
पटियाला से मात्र 115 किमी की दूरी पर हिमाचल प्रदेश का एक खूबसूरत हिल स्टेशन कसौली स्थित है। अन्य हिल स्टेशनों की तरह कसौली मे भी भारी मात्र मे पर्यटक आते हैं।
पटियाला को रॉयल सिटी क्यों कहा जाता है?
अपनी शानदार सांस्कृतिक विरासत, शानदार महलों और राजवंशों के साथ संबंध के कारण पटियाला को “भारत का शाही शहर” कहा जाता है।
तो कैसा लगा आपको यह आर्टिकल ! पटियाला से जुड़ी बातें जैसे – कहाँ रहना है? कैसे घूमना है? कहाँ जाना है? क्या खाना है? हमने इस आर्टिकल में आपको बताया है, इस जरूरी जानकारी को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें 👇