रानीखेत उत्तराखंड राज्य का एक प्रसिद्ध शहर के साथ-साथ हिल स्टेशन है। जहाँ जाने के बाद आप वहाँ की प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण, देवदार के ऊंचे पेड़,
हिमालय की ऊंची चोटियों और बहुत सारे एडवेंचर एक्टिविटी के मज़े ले सकते हैं। रानीखेत की जलवायु, शांत वातावरण आने वाले पर्यटकों को बहुत ही पसंद आता है, तो चलिए बात करते हैं – Ranikhet Me Ghumne Ki Jagah!!
दोस्तों, यदि आप रानीखेत घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो हमने इस आर्टिकल में रानीखेत के 10 दार्शनिक स्थलों के बारे में बताया है। इसलिए हमारे इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े।
रानीखेत घूमने का खर्च | लगभग 20,000 से 25,000 रुपये |
रानीखेत घूमने के लिए सबसे अच्छा समय | सितंबर से नवंबर के बीच |
यात्रा के दौरान ले जाने वाली जरूरी चीज़े–
यात्रा के दौरान साथ ले जाने वाली जरूरी चीज़े | 1 – फ़ोन, चार्जर या पावर बैंक। 2 – मोबाइल मे Google Map डाउनलोड करें। 3 – टिफिन बॉक्स और पानी की बोतल। 4 – धूप के चश्मे, टॉर्च लाइट और घड़ी। |
चिकित्सा किट | 1 – सर्दी के लिए कुछ दवाएँ। 2 – दर्द की दवाएँ। 3 – पेट दर्द की दवाएँ। 4 – पट्टियाँ। 5 – एंटीसेप्टिक क्रीम। 6 – गैस्ट्रिक गोलियाँ। |
खाने पीने की चीज़े | 1 – टी बैग। 2 – ड्राई फ्रूट्स। 3 – चॉकलेट। 4 – बिस्कुट, नमकीन। 5 – सैंडविच। |
फोटोग्राफी के लिए जरूरी चीज़े | 1 – कैमरा, कैमर चार्जर, तार और बैटरियां। 2 – पावर बैंक (कैमरा चार्ज करने के लिए) 3 – सेल्फी स्टिक। 4 – कैमरा लेंस का एक सेट। 5 – फ़िल्टर सेट। |
पहचान पत्र तथा जरूरी कागजात | 1 – टिकट, मतदाता पहचान पत्र, आदि (पासपोर्ट यदि जरूरी हो तो)। 2 – यात्रा कार्यक्रम की एक फोटोकॉपी। 3 – आपकी यात्रा (उड़ान),होटल और सेवा बुकिंग की पर्ची। |
Ranikhet Me Ghumne Ki Jagah –
❣ चौबटिया गार्डन – Chubattia Apple Garden ❣ गोल्फ गार्डन – Golf Garden ❣ रानी झील – Rani Lake ❣ एडवेंचर पार्क – Adventure Park ❣ झूला देवी मंदिर – Jhula Devi Temple ❣ कुमाऊं रेजिमेंटल संग्रहालय – Kumaon Regimental Museum ❣ बिनसर महादेव मंदिर – Binsar Mahadev Mandir ❣ भालू बांध – Bhalu Dam ❣ आशियाना पार्क – Ashiyana Park ❣ कालिका देवी मंदिर – Kalika Devi Temple |
1. चौबटिया गार्डन – Chubattia Apple Garden
चौबटिया गार्डन में आपको कई सारे उद्यान देखने को मिलेगे। जिसमें आप चाय के उद्यान, आरोग्य उद्यान, बादाम के उद्यान और सेब के उद्यान आदि देख सकते हैं।
अगर अगर देखा जाए तो रानीखेत की सारी खूबसूरती चौबटिया गार्डन ही बटोर हुए हैं। यही कारण है कि हमने इस गार्डन को पहले नंबर पर रखा है।
2. गोल्फ गार्डन – Golf Garden
रानीखेत का गोल्फ गार्डन एशिया के सबसे बड़े प्राकृतिक गोल्फ गार्डन में से एक है। रानीखेत का ये गार्डन आकर्षण का मुख्य केंद्र है। यहाँ पर आपको हरे भरे घास के मैदान और देवदार के वृक्ष देखने को मिल जाएंगे।
जहाँ पर आप अपने दोस्तों तथा फैमली के साथ पिकनिक मनाने जा सकते हैं। यहाँ आप देश विदेश से आने वाले पर्यटकों को भी देख सकते हैं।
3. रानी झील – Rani Lake
रानी झील रानीखेत बस स्टैंड से लगभग डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित कृत्रिम झील है। जिसे रानीखेत के परिषद द्वारा स्थापित किया गया था। इस झील में निशुल्क प्रवेश कराई जाती है। जिसमें वोटिंग और बच्चों के लिए झूले की सुविधा उपलब्ध है।
अगर आप इस झील में बोटिंग करना चाहते हैं, तो आपको चार सीट वाली बोट के लिए 70 रूपये और दूसरी दो सीट वाली बोट के लिए 50 रूपये देना होगा।
4. एडवेंचर पार्क – Adventure Park
यह पार्क रानी झील के बराबर में स्थित है। जिसमें बहुत सारे एडवेंचर एक्टिविटीज की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इस पार्क में निशुल्क प्रवेश कराया जाता है, लेकिन अगर आप यहाँ पर किसी एक्टिविटी को करते हैं, तो आपको उसके लिए टिकट लेना पड़ेगा।
इस पार्क में झूलों का कोई चार्ज नहीं लिया जाता है। लेकिन अगर आप इसके अलावा कोई दूसरी एक्टिविटी करना चाहते हैं। तो आपको प्रत्येक एक्टिविटी के लिए ₹100 देने होंगे।
5. झूला देवी मंदिर – Jhula Devi Temple
इस मंदिर का निर्माण आठ वीं सदी में हुआ था। जो रानीखेत से करीब 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस मंदिर परिसर में लगे घंटियों से पहचाना जाता है।
कहा जाता है कि, इस मंदिर में मनोकामना पूरी होने के बाद भक्ति गिलटियां चढ़ाते हैं। मंदिर के सामने एक विश्राम स्थल पर बनाया गया है। जहाँ पर ऊंचे देवदार के पेड़ हैं, उसके नीचे विश्राम कर सकते हैं।
6. कुमाऊं रेजिमेंटल संग्रहालय – Kumaon Regimental Museum
कुमाऊं रेजिमेंटल सेंटर रानीखेत मुख्य शहर से लगभग मात्र एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक प्रकार का म्यूजियम है, जिसमें विभिन्न युद्धों में पकड़े गए हथियार तथा ध्वज आदि रखे गए हैं। रानीखेत जाने के बाद रेजिमेंटल सेंटर में जाकर आप इन हथियारों तथा ध्वजों को भी देख सकते है।
7. बिनसर महादेव मंदिर – Binsar Mahadev Mandir
यह मंदिर रानीखेत मुख्य शहर से लगभग 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जो लगभग 2480 मीटर की ऊंचाई पर स्थित भगवान शिव को समर्पित एक प्राचीन मंदिर है।
इस मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि इस मंदिर का निर्माण दसवीं शताब्दी में कराया गया था। इस मंदिर के चारों और देवदार के पेड़ देखे जा सकते हैं, जो इस मंदिर की खूबसूरती में चार चाँद लगा देता है।
8. भालू बांध – Bhalu Dam
भालू बांध जाने के लिए सबसे पहले आपको चौबटिया गार्डन जाना पड़ेगा, क्योंकि चौबटिया गार्डन से भालू बांध लगभग तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ जाने का रास्ता चौबटिया गार्डन से ही जाता है। यह एक कृत्रिम झील है, जिसका निर्माण ब्रिटिश सरकार ने कराया था।
9. आशियाना पार्क – Ashiyana Park
रानीखेत शहर के मध्य में स्थित इस पार्क को बेहद खूबसूरती के साथ बनाया गया है। इस पार्क का प्रवेश शुल्क मात्र पाँच रुपए रखा गया है। जिसमें बच्चों के लिए झूले वगैरह की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।
इस पार्क को जंगल थीम पर बनाया गया है। इस पार्क में आने के बाद बच्चे तथा बड़े सभी एंजॉय करते हैं, तथा यहाँ से हिमालय का सुंदर नजारा पर दिखाई देता है।
10. कालिका देवी मंदिर – Kalika Devi Temple
रानीखेत शहर में देवी काली का मंदिर काफी प्राचीन है। जिसका निर्माण आठवीं शताब्दी में करवाया गया था। इस मंदिर से कुमाऊं क्षेत्र के लोगों की अटूट आस्था जुडी हुई है। और कहा जाता है, कि इस मंदिर में भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है।
बताते चलें की, मात्र लगभग 90 किमी की दूरी पर उत्तराखंड का खूबशूरत शहर रामनगर स्थित है। काम बजट के हिसाब से रामनगर घूमने के लिए एक अच्छी जगह है। आप रामनगर मे लीची के बाग मे घूम कर इन्जॉय कर सकते हो, चलिए विस्तार से जानते हैं – रामनगर के बारे मे“
रानीखेत कैसे जाएं–
हवाई मार्ग द्वारा – रानीखेत का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा पंतनगर है। पंतनगर से रानीखेत की दूरी 108 किलोमीटर है। पंतनगर से आप रानीखेत जाने के लिए बस, ऑटो, टैक्सी आदि की सुविधा ले सकते हैं।
रेल मार्ग द्वारा – रानीखेत का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन काठगोदाम रेलवे स्टेशन है। काठगोदाम से 75 किलोमीटर की दूरी पर ही रानीखेत स्थित है। यह रेलवे स्टेशन सभी रेलवे स्टेशन से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। काठगोदाम पहुँचने के बाद आप रानीखेत के लिए बस, ऑटो, टैक्सी आदि की सुविधा ले सकते हैं।
सड़क मार्ग द्वारा – यदि आप दिल्ली के आसपास या दिल्ली से रानीखेत जा रहे हैं, तो आपको दिल्ली से रानीखेत के लिए डायरेक्ट बस मिल जाएगी। इसी के साथ रानीखेत के लिए उत्तराखंड के बड़े शहरों से भी आपको डायरेक्ट बस मिल जाएगी।
Google Map–
रानीखेत में कहाँ ठहरे–
रानीखान एक प्रसिद्ध हिल स्टेशन है। तथा यहाँ पर बहुत से पर्यटक अपनी छुट्टी मनाने आते रहते हैं। इसी कारण आपको रानीखेत में अच्छे होटल देखने को मिल जाएंगे। यहाँ पर सस्ते तथा महंगे दोनों प्रकार के होटल मिलते हैं। हम आपके लिए कुछ होटल की लिस्ट लेकर आए हैं।
इन होटल की मदद से आप रानीखेत में आसानी से रुक सकते हैं। ये होटल हैं- होटल मेघदूत, राजदीप होटल, त्रिभुवन होटल, पारवती इन्न, OYO होटल कलावती रिट्रीट, OYO होटल ऐना, क्वीन्स मेडो होटल, मेघदूत होटल, गोरूम्गो प्रेम होम स्टे रानीखेत आदि।
रानीखेत का फेमस खाना-
जब भी खाने की बात की जाती है, तो उत्तराखंड के व्यंजन सबसे पहले याद आता है। उत्तराखंड अपने खूबसूरती के साथ-साथ अपने व्यंजनों के लिए भी प्रसिद्ध है। उत्तराखंड के व्यंजन स्वास्थ्य के लिए भी बेहद लाभकारी होते हैं।
उत्तराखंड के प्रसिद्ध व्यंजन है, मंडवे की रोटी, झंगुरे की खीर, अरसा, चैसोणी, भांग की चटनी, बाड़ी, कंडाली का साग, फाणु का साग, गहत के परांठे आदि।
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रानीखेत में बर्फ कब गिरती है?
रानीखेत नैनीताल के बहुत नजदीक है, इसलिए नैनीताल की तरह रानीखेत मे भी दिसंबर, जनवरी और फरवरी के महीनों में बर्फबारी होती है।
रानीखेत में कितने दिन चाहिए?
रानीखेत को घूमने के लिए तथा यहाँ की जगह को अच्छी तरह से इन्जॉय करने के लिए 2-3 दिनों का समय काफी है।
क्या रानीखेत में रेलवे स्टेशन है?
रानीखेत मे कोई भी रेलवे स्टेशन नहीं है, लेकिन रानीखेत से लगभग 75 किमी की दूरी पर हल्द्वानी का रेलवे स्टेशन है। इस रेलवे स्टेशन को काठगोदाम रेलवे स्टेशन के नाम से भी जाना जाता है।
रानीखेत घूमने का सबसे अच्छा समय कब होता है?
रानीखेत घूमने के लिए अप्रेल से जुलाई का समय सबसे अच्छा होता है, क्युकी इन महीनों मे ज्यादा सर्दी और ना ही ज्यादा गर्मी होती है।
तो कैसा लगा आपको यह आर्टिकल ! रानीखेत से जुड़ी बातें जैसे – कहाँ रहना है? कैसे घूमना है? कहाँ जाना है? क्या खाना है? हमने इस आर्टिकल में आपको बताया है, इस जरूरी जानकारी को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें 👇