गौतम बुद्ध को अपने बौद्ध की प्राप्ति करने वाला शहर बोधगया, बिहार के राज्य में स्थित है। बोधगया शहर अपने आध्यात्मिकता के लिए जाना जाता है। यहाँ पर आपको बहुत सारे धार्मिक स्थल देखने को मिलेंगे, तथा यह बौद्ध धर्म के लोगों की एक पवित्र भूमि है, तो चलिए बात करते हैं – Bodhgaya Me Ghumne Ki Jagah के बारे मे !!
बोध गया पर आपको बहुत सारी ऐतिहासिक इमारतें भी देखने को मिल जाएंगी।इसी के साथ-साथ आप बोध गया में झरने वगैरह को भी देख सकते हैं। यदि आपका एक्टिविटीज करने का मन है, तो आपको बोधगया में बहुत जगह ऐसी मिल जाएंगी जहां पर आप एक्टिविटीज वगैरा भी कर सकते हैं।
हेलो दोस्तों, आज हम लेकर आए हैं बोधगया के लिए जानकारी। यदि आपको बोधगया जाने का शौक है, और आपको बोधगया से जुड़ी इनफार्मेशन चाहिए, तो हमारे इस आर्टिकल के जरिए आप बोधगया से जुड़ी सारी जानकारी हासिल कर सकते हैं। तो हमारे इस आर्टिकल के साथ अंत तक बने रहें।
बोधगया घूमने का खर्च | लगभग 20,000 से 30,000 रुपये |
बोधगया घूमने के लिए सबसे अच्छा समय | अक्टूबर से मार्च के बीच |
यात्रा के दौरान ले जाने वाली जरूरी चीज़े–
यात्रा के दौरान साथ ले जाने वाली जरूरी चीज़े | 1 – फ़ोन, चार्जर या पावर बैंक। 2 – मोबाइल मे Google Map डाउनलोड करें। 3 – टिफिन बॉक्स और पानी की बोतल। 4 – धूप के चश्मे, टॉर्च लाइट और घड़ी। |
चिकित्सा किट | 1 – सर्दी के लिए कुछ दवाएँ। 2 – दर्द की दवाएँ। 3 – पेट दर्द की दवाएँ। 4 – पट्टियाँ। 5 – एंटीसेप्टिक क्रीम। 6 – गैस्ट्रिक गोलियाँ। |
खाने पीने की चीज़े | 1 – टी बैग। 2 – ड्राई फ्रूट्स। 3 – चॉकलेट। 4 – बिस्कुट, नमकीन। 5 – सैंडविच। |
फोटोग्राफी के लिए जरूरी चीज़े | 1 – कैमरा, कैमर चार्जर, तार और बैटरियां। 2 – पावर बैंक (कैमरा चार्ज करने के लिए) 3 – सेल्फी स्टिक। 4 – कैमरा लेंस का एक सेट। 5 – फ़िल्टर सेट। |
पहचान पत्र तथा जरूरी कागजात | 1 – टिकट, मतदाता पहचान पत्र, आदि (पासपोर्ट यदि जरूरी हो तो)। 2 – यात्रा कार्यक्रम की एक फोटोकॉपी। 3 – आपकी यात्रा (उड़ान),होटल और सेवा बुकिंग की पर्ची। |
Bodhgaya Me Ghumne Ki Jagah–
1. मेट्टा बुद्धराम मंदिर – Metta Buddharam Temple
बोध गया में स्थित यह एक थाई मंदिर है। जो थाई वास्तुकला पर आधारित है। और इस मंदिर को विभिन्न तरह की कलाकृतियों, मूर्तियों से सजाया गया है। जिससे पर्यटक इसकी विशिष्ट वास्तुकला और भगवान बुद्ध की मूर्ति की सुंदरता से मंत्र मुग्ध हो जाते हैं।
मंदिर का निर्माण स्टेनलेस स्टील और दर्पण से किया गया है। जो इस मंदिर की सुंदरता को बहुत बढ़ते हैं। शाम के समय में लगी मंदिर में लाइट की रोशनी से मंदिर जगमगा उठता है।
2. तिब्बती शरणार्थी बजार – Tibetan Refugee Market
यह बाजार नवंबर से मार्च तक के महीनों में स्थापित एक मौसमी बाजार है। जो अपने गर्म कपड़ों और अन्य कपड़ों की सामग्री के लिए प्रसिद्ध है। और यह बाजार हर दिन सुबह नौ बजे से रात के आठ बजे तक खुला रहता है।
जहाँ बहुत सारे पर्यटक कपड़े खरीदने के लिए आप यहाँ पर पवित्र धार्मिक स्थल देखने के साथ-साथ शॉपिंग भी कर सकते हैं। बोधगया में स्थित इस बाजार में आपको सभी चीजें देखने को मिल जाएंगी।
3. मंगला गौरी मंदिर – Mangla Gauri Mandir
बोध गया के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक यह मंदिर बहुत ही खास है। जहाँ भक्त दर्शन करने के बहुत ही दूर दूर से यहाँ पर आते हैं। और मां मंगला गौरी की पूजा करने के लिए श्रद्धालुओं को लगभग सौ से भी अधिक सीढ़ी चढ़ना पड़ता है।
इस मंदिर में ऊपर शक्तिपीठ भी है। जिसे भगवान शिव के शरीर का हिस्सा माना जाता है, और यह नवरात्रि में प्रतिदिन लाखों भक्त दर्शन करने आते हैं।
4. इंडोसन निप्पॉन – Indosan Nipponji
यह मंदिर जापानी वास्तुकला को दर्शाता है, और यह पूरा मंदिर परिसर बुद्ध के उपदेश के साथ उकेरा गया है, और 1972 में बनाया गया यह मंदिर लकड़ी से तराशा गया था। जिसके कारण यह मंदिर बोध गया के सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक है।
5. थाई मठ – Thai Math
महाबोधि मंदिर से लगभग सात सौ मीटर की दूरी पर स्थित यह मठ बोध गया के उत्तम मठों में से एक है। जिसे लोकप्रिय रूप में थाई मठ के रूप में भी जाना जाता है। और यह मठ सुबह छः बजे से शाम सात बजे तक खुला रहता है। बोधगया आने वाले सभी पर्यटक इस मठ को देखने भी जरूर आते हैं।
6. विष्णुपद मंदिर – Vishnupad Temple
बिहार और भारत के सबसे प्रसिद्ध हिंदू मंदिरों में से यह मंदिर विशेष रूप से पिंड दान समारोह के दौरान देश भर से काफी भक्तों को आकर्षित करता है। भगवान विष्णु को समर्पित यह मंदिर गया के सबसे लोकप्रिय गंतव्य स्थलों में भी हैं।
जिनके दर्शन करने के लिए लोग यहाँ पर दूर दूर से आना पसंद करते हैं। फाल्गु नदी के तट पर स्थित यह मंदिर शहर के आध्यात्मिक इतिहास की राजधानी के रूप में खड़ा है।
7. दुर्गेश्वरी गुफा – Dungeshwari
कहा जाता है, कि ज्ञान प्राप्त करने के लिए बोध गया जाने से पहले इस गुफा ने लगभग छह वर्षों तक गौतम बुद्ध की रक्षा की थी। और दुर्गेश भरी गुफा की यात्रा में आपको भगवान बुद्ध से संबंधित कई कहानियाँ और जानकारियाँ देखने को मिलेंगी और गुफा के पास एक छोटा सा मानसून जल प्रपात भी स्थित है। जिसे आप सभी देख सकते हैं और यह गुफा सुबह आठ बजे से शाम छः बजे तक खुला रहता है।
8. द ग्रेट बुद्ध स्टैच्यू – Great Buddha Statue
बलुआ पत्थर और लाल ग्रेनाइट से निर्मित यह बुद्ध मूर्ति लगभग 80 फीट की एक खूबसूरत संरचना है। जो भगवान बुद्ध को ध्यान की अवस्था में गहराई से अंकित है, और गया के पर्यटन स्थलों में शामिल यह प्रतिमा बहुत से टूरिस्ट को अपनी ओर आकर्षित करती है। और कहा जाता है कि इस प्रतिमा में बुद्ध के दस प्रमुख शिष्यों का भी दावा किया गया है।
9. बोधि वृक्ष रोपण
महाबोधि मंदिर के पास स्थित इस बोधि वृक्ष के नीचे गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। और ऐसा माना जाता है, कि यह पेड़ मूल बोधि वृक्ष का ही एक हिस्सा है। जिससे राजा अशोक की बेटी श्रीलंका ले गई थी, और पूरे विश्व में बौद्धों के लिए इस वृक्ष का बहुत महत्व है।
10. महाबोधि मंदिर – Mahabodhi Temple
इस मंदिर का निर्माण सबसे पहले मौर्य वंश के राजा अशोक ने सातवीं शताब्दी में किया था। जो बौद्ध धर्म के कट्टर अनुयायी थे। और ऐसा माना जाता है, कि ज्ञान प्राप्त करने के बाद भगवान बुद्ध ने सात सप्ताह तक ऐसे स्थान पर ध्यान किया था।
जिसे आप सभी उनकी इसी अवस्था में बैठे हुए मूर्ति को देख सकते हैं, लगभग एक 180 फीट ऊंचा इस मंदिर के चारों ओर चार मीनारें हैं। और मंदिर के ऊपर एक छात्र है, और यह मंदिर सुबह पांच बजे से रात के नौ बजे तक भक्तों के लिए खुला रहता है। लेकिन इस मंदिर में आप मोबाइल फोन या किसी भी तरह इलेक्ट्रॉनिक सामान नहीं ले जा सकते।
“बताते चलें की, बोधगया बिहार का एक फेमस स्थान है, जो घूमने के लिए भी जाना जाता है। वैसे ही बिहार की राजधानी पटना शहर भी बहुत आकर्षित है, और यहाँ पर भी घूमने, मनोरंजन करने की बहुत सारी अच्छी-अच्छी जगहें है, तो चलिए विस्तार से जानते हैं – पटना शहर के बारे मे“
बोध गया कैसे जाए–
हवाई मार्ग द्वारा – यदि आप बोधगया हवाई मार्ग से जाना चाहते हैं, तो गया में स्थित हवाई अड्डा 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह हवाई अड्डा देश के सभी हवाई अड्डा से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। आप अपने नजदीकी हवाई अड्डे से इस हवाई अड्डे तक आसानी से जा सकते हैं।
रेल मार्ग द्वारा – बोधगया का सबसे करीबी रेलवे स्टेशन गया जंक्शन है। बोधगया से गया जंक्शन की दूरी 14 किलोमीटर यह रेलवे स्टेशन आसपास के सभी रेलवे स्टेशन से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। आप अपने करीब भी रेलवे स्टेशन से गया आसानी से पहुँच सकते हैं।
सड़क मार्ग द्वारा – बोधगया बिहार राज्य के प्रमुख शहरों में से एक माना जाता है। बोधगया बिहार के कई स्टेट या नेशनल हाईवे से काफी अच्छी तरह से जुड़ी हुआ है। इसलिए बोधगया के आसपास के शहरों से आपको डायरेक्ट बस की सुविधा भी मिल जाएगी।
Google Map-
बोधगया में कहाँ ठहरे-
यदि आप बोधगया घूमने आए हैं, तो आपका रात रुकने का प्लान भी होगा आप सोचोगे बोधगया में हम रात को कहाँ रुके, तो हम आपके लिए बोधगया में कुछ ऐसे होटल लेकर आए हैं, जो आपको सस्ते दामों पर सारी फैसेलिटीज के साथ मिलते हैं।
इन होटल में आपको रुकने में कोई परेशानी भी नहीं होगी। इन होटल में आपको सारी फैसेलिटीज भी मिलती है, तथा यह आपके बजट के हिसाब से होते हैं। ये होटल हैं-
हल बुल लाइन होटल और रेस्टोरेंट, होटल ओलिव सुइट्स, होटल साहिल, होटल, शवजी का होटल, होटल मेहरोत्रा, होटल बुद्धा इंटरनेशनल, होटल उत्सव डिलक्स, होटल क्लासिक कोर्ट, समर स्वीट एंड चाट कार्नर, रिपब्लिक होटल, होटल अमित लॉज, पटना होटल आदि।
बोधगया का फेमस खाना-
दोस्तों यदि आप बोधगया में घूमने गए हैं, और वहाँ के स्वादिष्ट व्यंजन को ट्राई करना चाहते हैं, तो बोधगया में आपको बिहार के व्यंजन देखने को मिलेंगे। गया के कुछ प्रसिद्ध व्यंजन है, जैसे- लिट्टी चोखा, खाजा, मटन कबाब, दाल पीठा, रसिया, सत्तू का शरबत, बालूशाही पटना के प्रसिद्ध व्यंजन है।
आप यदि आप बोधगया घूमने जाए तो इन व्यंजन को एक बार जरूर ट्राई करें। इसी के साथ-साथ आपको बोधगया में स्ट्रीट फूड भी काफी स्वादिष्ट मिल जाएंगे, और वहाँ के स्ट्रीट फूड को भी एक बार जरूर ट्राई कर सकते हैं।
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तो यह थी! बोधगया से जुड़ी सारी बातें हमने इस आर्टिकल में आपको बताया है, कि बोधगया कैसे जाना है कहाँ जाना है, तथा कहाँ रहना है, तथा बोधगया के प्रसिद्ध व्यंजन कौन-कौन से हैं।आपको हमारी यह जानकारी अच्छी लगी हो तो आप अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।
जरूरी जानकारी !!
👉बोध गया में क्या खास है?
बोधगया, बोध धर्म मे विस्वास रखने वालों के लिए एक प्रसिद्ध एवं पवित्र स्थल है। माना जाता है की, यहीं पर एक बरगद के पेड़ (बोधि वृक्ष) के नीचे गौतम बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था।
👉बोधगया में कौन सा मंदिर है?
बोधगया भारत के प्रमुख धार्मिक स्थलों में एक है। यहाँ पर महाबोधि मंदिर बहुत फेमस है, जिसे देखने के लिए लोग दुनिया भर से आते हैं।
👉गया घूमने के लिए कितने दिन चाहिए?
बोधगया एक धार्मिक स्थल है, यहाँ पर घूमने के लिए अच्छी – अच्छी जगह हैं। बोधगया को अच्छी तरह से जानने के लिए 2-3 दिनों का समय काफी होगा।
👉बोधगया जाने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
वैसे तो धार्मिक स्थलों पर कभी भी जाया जा सकता है, लेकिन कुछ खास समय पर जाने का अपना अलग ही मज़ा होता है। इसी तरह बोधगया जाने का सब से अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच माना जाता है।
👉बोधगया जाने में कितना खर्चा आता है?
बोधगया बोध धर्म का एक पवित्र स्थान है, यहाँ पर हर साल लाखों की संख्या मे पर्यटक एवं श्रद्धालु घूमने के लिए आते हैं, इस कारण बोधगया थोड़ा महंगा है। लेकिन फिर भी 2 लोगों के घूमने का खर्च बोधगया मे 30,000 से 40,000 रुपये के बीच आ सकता है।