झाँसी उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित एक जिला है। पूरे भारत में झाँसी शहर को ‘झाँसी की रानी’ की वीरता के कारण जाना जाता है। झाँसी शहर से तीन प्रमुख राजमार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग 27, राष्ट्रीय राजमार्ग 39 और राष्ट्रीय राजमार्ग 44 भी गुजरते हैं, चलिए बात करते हैं – Jhansi Me Ghumne Ki Jagah के बारे मे !!
यदि आपको किले तथा ऐतिहासिक महल देखने का शौक है, तो झाँसी आपके लिए एक परफेक्ट प्लेस है। यदि आप यह जानना चाहते हैं, कि झाँसी में घूमने की प्रसिद्ध जगह कौन सी है,
तो यह आर्टिकल आपके लिए बेहद खास रहने वाला है। झाँसी में देखने लायक पर्यटन स्थल कौन से हैं? तथा आप कहाँ घूम सकते हैं, इन सब के बारे में हम आपको इस आर्टिकल के जरिए बताएंगे।
झाँसी घूमने का खर्च | लगभग 8,000 से 10,000 रुपये |
झाँसी घूमने के लिए सबसे अच्छा समय | नवंबर से मार्च के बीच |
यात्रा के दौरान ले जाने वाली जरूरी चीज़े–
यात्रा के दौरान साथ ले जाने वाली जरूरी चीज़े | 1 – फ़ोन, चार्जर या पावर बैंक। 2 – मोबाइल मे Google Map डाउनलोड करें। 3 – टिफिन बॉक्स और पानी की बोतल। 4 – धूप के चश्मे, टॉर्च लाइट और घड़ी। |
चिकित्सा किट | 1 – सर्दी के लिए कुछ दवाएँ। 2 – दर्द की दवाएँ। 3 – पेट दर्द की दवाएँ। 4 – पट्टियाँ। 5 – एंटीसेप्टिक क्रीम। 6 – गैस्ट्रिक गोलियाँ। |
खाने पीने की चीज़े | 1 – टी बैग। 2 – ड्राई फ्रूट्स। 3 – चॉकलेट। 4 – बिस्कुट, नमकीन। 5 – सैंडविच। |
फोटोग्राफी के लिए जरूरी चीज़े | 1 – कैमरा, कैमर चार्जर, तार और बैटरियां। 2 – पावर बैंक (कैमरा चार्ज करने के लिए) 3 – सेल्फी स्टिक। 4 – कैमरा लेंस का एक सेट। 5 – फ़िल्टर सेट। |
पहचान पत्र तथा जरूरी कागजात | 1 – टिकट, मतदाता पहचान पत्र, आदि (पासपोर्ट यदि जरूरी हो तो)। 2 – यात्रा कार्यक्रम की एक फोटोकॉपी। 3 – आपकी यात्रा (उड़ान),होटल और सेवा बुकिंग की पर्ची। |
Jhansi Me Ghumne Ki Jagah–
1. झाँसी का किला – Jhansi Fort
उत्तर प्रदेश के झाँसी में ‘झाँसी का किला’ बगीरा नामक पहाड़ी पर स्थित है। 17वींं शताब्दी में राजा वीर सिंह देव ने इस किला का निर्माण कराया था। इस किला के अंदर शहीदों के युद्ध स्मारक भी बने हुए हैं, तथा इसी के साथ आप अंदर एक गणेश जी का मंदिर भी देख सकते हैं।
स्वतंत्रता में अहम भूमिका निभाने वाली तोप ‘कड़क बिजली तोप’ भी आप इस किले में देख सकते हैं। इसी के साथ इस किले में पर्यटकों को आकर्षित करने वाली चीजे रानी झाँसी गार्डन, शिव मंदिर, गुलाम गॉस खान, मोती बाई और खुदा बख्श की “मजार” हैं।
झाँसी घूमने वाले के लिए पहला पर्यटन स्थल है, जहाँ पर लोग अधिक मात्रा में जाते हैं। इस किले में घूमने का समय सुबह 8:00 बजे से शाम 6:00 तक होता है, उसके बाद इस किला के दरबार पर्यटकों के लिए बंद कर दिए जाते हैं।
2. रानी लक्ष्मी बाई महल – Rani Lakshmi Bai Palace
रानी लक्ष्मी बाई महल रानी लक्ष्मी बाई का पूर्ण निवास स्थान था। आप इस महल में झाँसी के महल से पैदल भी आ सकते हैं, क्योंकि यह महल झाँसी के महल से कुछ दूरी पर स्थित है। दो मंजिला यह महल बहुत खूबसूरत तथा मनमोहक दृश्य वाला बना हुआ है।
इसका निर्माण रघुनाथ राव दृतीय ने कराया था। इस महल की दीवारों पर आपको पशु-पक्षी तथा पेड़-पौधों की बहुत ही खूबसूरत चित्रकला देखने को मिलेगी। इस महल का दृश्य काफी खूबसूरत है।
3. पंचतंत्र पार्क – Panchatantra Park
झाँसी में स्थित पंचतंत्र पार्क एक मनोरंजन करने के लिए परफेक्ट जगह है। यह बच्चों का सबसे पसंद किया जाने वाला पार्क है। मुख्य द्वार पर शेरों की दो प्रतिमा बच्चों को बहुत आकर्षित करती है।
इस पार्क में बच्चों के लिए टॉय ट्रेन के साथ-साथ व्हाइट व्हील, कप सोसर, वाटर पार्क, आकर्षक झूले, कोलंबस, जंपिंग झूला उपलब्ध हैं, जिससे बच्चों का मनोरंजन पूर्ण रूप से हो जाता है। गर्मियों की छुट्टी मनाने के लिए यह एक बेहतरीन जगह है।
इस पार्क में बच्चों के साथ-साथ बड़े भी वॉटर एक्टिविटीज का खूब मजा ले सकते हैं। मैदान में हरी भरी घास पर बैठकर आप थोड़ी देर यहाँ पर आराम भी कर सकते हैं। झाँसी के इस पार्क में आपका तथा बच्चों को मनोरंजन ठीक प्रकार से हो जाएगा।
4. राजकीय संग्रहालय – State Museum
झाँसी के किले से कुछ दूरी पर स्थित राजकीय संग्रहालय भी एक पर्यटन स्थल है। मूर्तियों तथा पेंटिंग का शौक रखने वालों को यह संग्रहालय बहुत पसंद आता है। इस संग्रहालय में आपको पुरानी पेंटिंग तथा मूर्ति देखने को मिल जाएंगी।
इस संग्रहालय में आप पुराने समय के बर्तन, हथियार, आभूषण तथा पिस्टल भी देख सकते हैं। यदि आप यहाँ पर फोटोग्राफी करना चाहते हैं तो आपको उसके लिए अलग से चार्ज करना पड़ेगा।
इस संग्रहालय को अपने और आकर्षित करने वाली बात है कि इस संग्रहालय में आपको चार लाख वर्ष पुरानी चीजे देखने को मिलते हैं। यह एक फैमिली टूरिस्ट प्लेस है। बच्चों को इतिहास के बारे में जागरूक करने का यह एक अच्छा जरिया है।
5. रानी लक्ष्मी बाई पार्क – Rani Lakshmi Bai Park
झाँसी का सबसे प्रसिद्ध पार्क रानी लक्ष्मीबाई पार्क है। पार्क के केंद्र में घोड़े पर सवार रानी लक्ष्मी बाई की तलवार उठाए हुए और उनके पीछे बैठे उनके दत्तक पुत्र की एक शानदार कांस्य प्रतिमा है। रानी लक्ष्मी बाई पार्क पूरा हरा भरा तथा पेड़-पौधों से सजा हुआ पार्क है।
इसमें बच्चों के लिए स्लाइड तथा झूले लगे हुए हैं। चारों तरफ से यह पार्क अच्छी तरह सजाया गया है। इस पार्क में ज्यादा मात्रा में बच्चे आते हैं। बच्चों के खेलने के लिए यहाँ पर बहुत सारी चीजे मौजूद हैं। शाम के समय में यह पार्क लाइट से बहुत जगमगाता है।
झाँसी के निवासी इस पार्क में वॉकिंग, जोकिंग तथा योगा करने के लिए भी आते हैं। यह पार्क शांत वातावरण के साथ एक सुंदर दृश्य भी देता है। आप अपना थोड़ा सा समय निकाल कर भी इस पार्क में घूम सकते हैं।
6. हर्बल गार्डन – Herbal Garden
झाँसी में स्थित हर्बल गार्डन को ‘टाइगर्स प्रॉल’ के नाम से भी जाना जाता है। यह गार्डन 15 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है। इस पार्क में 20000 से ज्यादा पेड़-पौधे तथा जड़ी बूटियां मौजूद है। प्राकृतिक की सुंदरता को बरकरार रखने के लिए पार्क में फव्वारा भी लगाए गए हैं।
इस गार्डन में आप 700 मी का एक लंबा रास्ता देखेंगे, इसके दोनों तरफ गुलाब दिखाई देंगे, यह दृश्य काफी सुंदर दिखाई देता है। यहाँ पर बच्चे खेलने भी आ सकते हैं तथा आप अपना शांति से थोड़ा सा टाइम भी यहाँ स्पेंड कर सकते हैं। यह गार्डन योगा, वॉकिंग के लिए भी है एक अच्छा प्लेस है।
इस गार्डन के अंदर आपको खराब और टूटी-फूटी वस्तुओं के द्वारा बना भारत का बहुत ही सुंदर नक्शा देखने को मिलेगा। गार्डन का मुख्य आकर्षण है, कि इस पार्क में आप टूटी-फूटी तथा खराब चीजों से विभिन्न प्रकार की वस्तुएं बनी हुई देखेंगे। यही पर्यटकों को खूब पसंद आती है।
7. बरूआ सागर झरना – Barua Sagar Falls
बरूआसागर झरना झाँसी से 24 किलोमीटर दूर बेतवा नदी पर बना हुआ है। यह प्राकृतिक प्लेस भी लोगों को काफी पसंद आता है। इस झरने के पास आप अपनी तथा अपनी फैमिली की बहुत सारी फोटोग्राफी भी कर सकते हैं।
यहाँ तक जाते हुए आपको रास्ते में बहुत सारे मंदिर भी देखने को मिल जाएंगे, यदि आप इन मंदिरों में जाना चाहते हैं तो आप अपना थोड़ा सा समय निकाल कर इन मंदिरों में भी घूम सकते हैं।
8. सेंट जूड्स श्राइन – St. Jude’s Shrine
झाँसी में स्थित सेंट जूड्स श्राइन एक ‘रोमन कैथोलिक चर्च’ है। सेंट जूड्स श्राइन चर्च झाँसी शहर के सबसे प्रसिद्ध चर्च में से एक है। इस चर्च में रोज सामूहिक आयोजन किया जाता है। 28 अक्टूबर को हर साल इस चर्च में सेंट जूड का पर्व मनाया जाता है। झाँसी घूमने वाले भी इस चर्च में जरूर घूमने जाते हैं।
इस चर्च की वास्तुकला लोगों को काफी प्रभावित करती है। आप झाँसी में घूम रहे हैं तो इस चर्च पर आने के लिए आपको अपना थोड़ा सा ही टाइम निकालना पड़ेगा। आप इस सच को अंदर से भी देखें अंदर से देखने में भी यह बेहद खूबसूरत बना हुआ है।
9. अटल एकता पार्क – Atal Ekta Park
झाँसी में स्थित अटल एकता पार्क अपनी सुंदरता तथा स्वच्छता से पर्यटकों का मन मोह लेता है। इस पार्क का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कराया है। यह पार्क सुंदर होने के साथ-साथ अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है।
इस पार्क में आपको एक पुस्तकालय भी देखने को मिलेगा जिसमें 25,000 तक किताबें मौजूद है। इस पार्क के मुख्य आकर्षण झूले, ट्रेन, गेम सेंटर, ओपन जिम, योगा सेंटर, जोगिंग ट्रैक, ओपन थिएटर, पुस्तकालय, अटल कला मंच, दुकाने, कैफेटेरिया है।
यहाँ पर आपको पढ़ने के लिए तथा खेलने के लिए उपयुक्त सामान मिल जाएगा। मनोरंजन करने के साथ-साथ यह एक नॉलेज का भी अच्छा साधन है। आप यहाँ पर बच्चों के साथ भी खूब मस्ती करने आ सकते हैं।
10. जहांगीर महल – Jahangir Mahal
झाँसी में स्थित जहांगीर महल भी एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है। इस महल का निर्माण 17वीं शताब्दी में हुआ था। जहांगीर महल 3 मंजिला संरचना ह महल का प्रवेश द्वार एक कलात्मक और पारंपरिक ढंग से बनाया हुआ है।
महल के सामने की दीवार फिरोजी टाइल्स से ढकी हुई है। इस महल में बालकनी, कई बड़े आंगन, 100 से अधिक कमरे, 8 सुंदर गुंबद, अपार्टमेंट तथा बरामदे स्टाइलिश रूप से बने हुए हैं।
जहांगीर महल को ओरछा पैलेस, रानी महल, जहाँगीर गढ़, जहाँगीर का गढ़, महल-ए-जहाँगीर आदि नाम से भी जाना जाता है। जहांगीर महल हिंदू और इस्लामी स्थापत्य शैली का एक खूबसूरत मिश्रण ह शाम के समय में इस महल में लाइट तथा साउंड शो भी प्रस्तुत किया जाता है।
“बताते चलें की, झाँसी की तरह ही आगरा भी एक ऐतिहासिक शहर है। आगरा शहर से हमे मुगलों का इतिहास जानने को मिलता है, साथ ही आगरा बहुत खूबसूरत भी है। हम सब जानते हैं, की आगरा का ताजमहल दुनिया के साथ अजूबों मे शामिल है। ताजमहल के साथ – साथ आगरा मे और भी जगह हैं, घूमने के लिए, तो चलिए विस्तार से जानते हैं – आगरा के बारे मे“
झाँसी कैसे पहुँचे–
हवाई मार्ग द्वारा – यदि आप झाँसी हवाई मार्ग द्वारा जाना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि झांसी में खुद का कोई भी हवाई अड्डा नहीं है। झाँसी का सबसे करीबी हवाई अड्डा ग्वालियर में स्थित है जो झाँसी से 102 किलोमीटर दूर है। दूसरा हवाई अड्डा खजुराहो में 150 किलोमीटर दूरी पर है।
यह हवाई अड्डे देश तथा विदेश के सभी हवाई अड्डों से अच्छी तरह जुड़े हुए हैं। आप अपने करीबी राज्य से इन हवाई अड्डो के लिए डायरेक्ट फ्लाइट पकड़ सकते हैं।
रेल मार्ग द्वारा – आप झाँसी रेलवे मार्ग द्वारा जाना चाहते हैं, तो झाँसी दिल्ली – मुंबई मार्ग पर एक जंक्शन है। जंक्शन की मुख्य ट्रेने शताब्दी एक्सप्रेस, पंजाब मेल, दादर-अमृतसर एक्सप्रेस, झेलम एक्सप्रेस, कर्नाटक एक्सप्रेस, महाकौशल एक्सप्रेस,
मालवा एक्सप्रेस, कुशीनगर एक्सप्रेस, तमिलनाडु एक्सप्रेस , जीटी एक्सप्रेस, मंगला एक्सप्रेस, केरल एक्सप्रेस आदि हैं। यह ट्रेन देश के छोटे तथा बड़े रेलवे स्टेशन से अच्छी तरह जुड़ी हुई है। आप इन ट्रेन के माध्यम से झाँसी आराम से पहुंच सकते हैं।
सड़क मार्ग द्वारा – यदि आप झाँसी सड़क मार्ग द्वारा जाना चाहते हैं तो आप बहुत आसानी से पहुँच सकते हैं झाँसी सभी सड़क नेटवर्क से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
Google Map–
झाँसी में कहाँ ठहरें-
अगर आप झाँसी में रुकने के लिए आए हैं, तो आपको झाँसी में बहुत सारे होटल मिल जाएंगे, जो आपके बजट के हिसाब से सही है। झाँसी के कुछ फेमस और सस्ते होटल है-
होटल श्रीनाथ पैलेस, होटल रीजेंसी सिंह, द ग्रैंड तुलसी होटल झांसी, झाँसी होटल, होटल हरि पैलेस, कमला गेस्ट हाउस, होटल शर्मा पैलेस, होटल यात्रिक, होटल हरी पैलेस, होटल आनंद, होटल सम्राट, प्रेमा कुंज रिसॉर्ट, होटल सहारा, होटल VEER भूमी पैलेस,
होटल श्री पैलेस, होटल राज पैलेस, लेमन ट्री होटल, झांसी, सनराइज होटल, होटल सुख सागर झांसी, होटल अभिषेक, होटल अम्बिएंस झांसी, कुंवर पैलेस, होटल तुलसी, ग्रीन लीफ रिसॉर्ट बाय ओमात्र, नटराज सरोवर पोर्टिको-झांसी, होटल शीला श्री प्लाज़ा, होटल श्री गणेश।
यह होटल आपको अच्छे दामों में मिल जाएंगे तथा इन होटल में आपको सारी फैसेलिटीज के साथ-साथ अच्छा व्यू भी मिलेगा। यह होटल आपको आपकी लोकेशन के करीब ही मिलेंगे। तो यदि आप झाँसी में रुकने का सोचे तो हमारे बताए हुए होटल को एक बार जरूर ट्राई करें।
झाँसी का फेमस खाना–
झाँसी के व्यंजनों में आपको बुंदेलखंडी का प्रभाव विशेष रूप से देखने को मिलेगा। झाँसी शहर जितना ऐतिहासिक स्मारकों के लिए प्रसिद्ध है, उतना ही यहाँ के व्यंजन प्रसिद्ध है। झाँसी में कम तेल में पकाए हुए भोजन ज्यादा खाये जाते हैं, उसमें बैगन तथा दाल मुख्य रूप से इस्तेमाल की जाती है।
मीठे व्यंजन की बात करें तो झाँसी की ‘राबड़ी’ पूरे देश में प्रसिद्ध है। झाँसी में आपको स्ट्रीट फूड से लेकर वेज तथा नॉनवेज दोनों प्रकार के व्यंजन देखने मिल जाएंगे। झाँसी की कुछ फेमस स्ट्रीट फूड शॉप तथा रेस्टोरेंट है जहाँ पर आप एक बार ट्राई कर सकते हैं-
दाऊ का समोसा, अवध फूड, बसंत यादव की चाय, रज्जाक की गुझिया, नारायण चाट, द बेकर्स फैक्ट्री सिविल लाइन, गीता भोजनालय इलाईट चौराहा, जनक्स रेस्टोरेन्ट,
हवेली रेस्टोरेंट इलाईट, वन्दना स्वीट्स एंड रेस्टोरेन्ट झांसी, श्रीनाथ पावभाजी एंड पुलाव सेंटर, ब्लेक मड रेस्टोरेंट एंड कैफे, रस बहार रेस्टोरेन्ट एंड स्वीट्स सीपरी बाज़ार, वृन्दावन स्वीट्स एंड रेस्टोरेन्ट सीपरी बाज़ार झांसी का बेस्ट रेस्टोरेन्ट,
न्यू पाण्डेय मिष्ठान भण्डार बरुआसागर आदि झांसी के प्रसिद्ध रेस्टोरेंट तथा स्ट्रीट फूड शॉप है। झाँसी घूमने आए तो एक बार आप इनमें जरूर ट्राई करें यहा का भोजन काफी स्वादिष्ट होता है।
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आपको हमारे यह आर्टिकल कैसा लगा? आशा करते है कि आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा होगा। इस आर्टिकल के जरिए हमने आपको झाँसी के बारे में बहुत सारी जानकारी दे है। जिससे आप झाँसी में आसानी से घूम सकते है। यहाँ पर हमने घूमने के साथ-साथ यहाँ के फेमस व्यंजन तथा आप झाँसी में कहाँ रह सकते हैं, इन सब के बारे में विस्तार से बताया है।
जरूरी जानकारी !!
👉झांसी क्यों प्रसिद्ध है?
भारत का पहला स्वतंत्रा संग्राम सन् 1857 मे मेरठ से शुरू हुआ था। इस स्वतंत्रा संग्राम मे झाँसी की रानी मे बहुत एहम भूमिका निभाई थी, इसलिए झाँसी पूरे भारत मे, झाँसी की रानी की वजह से फेमस है।
👉झांसी में कौन सी नदी है?
झाँसी मे बेतवा नदी बहती है।
👉झांसी के लिए कितने दिन काफी हैं?
झाँसी मे घूमने के लिए बहुत सारी जगह हैं, लेकिन फिर भी पूरा झाँसी घूमने के लिए 2 – 3 दिन का समय काफी है।
👉झांसी से दिल्ली कितने घंटे का रास्ता है?
झाँसी दिल्ली से लगभग 450 किमी की दूरी पर है। ट्रेन से जाने पर आप को 4 – 5 घंटे का समय लगेगा, वहीं अगर आप बस से जाते हो तो 7 – 8 घंटे लग सकते हैं।